मध्य प्रदेश में बेमौसम बरसात से रबी फसलों को नुकसान
(विशेष प्रतिनिधि)
22 फरवरी 2021, इंदौर । मध्य प्रदेश में बेमौसम बरसात से रबी फसलों को नुकसान – छले दिनों प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने रबी फसलों को बहुत नुकसान पहुँचाया है। कहीं खड़ी फसल आड़ी पड़ गई तो कहीं कटी हुई फसल खेत में भीग गई। पपीता फसल भी बर्बाद हुई है। इस कारण गेहूं और चना का उत्पादन कम होने और गुणवत्ता पर असर पडऩे की आशंका जताई जा रही है।
रतनपुरा (रिंगनोद ) धार के श्री मन्नालाल जमादारी और श्री योगेंद्र परवार ,पालेड़ी (झाबुआ) ने कहा कि उनके गांव में हल्की बारिश हुई, इस कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, जबकि मोरगांव (हातोद) के श्री राजेश सिंह पटेल ने कहा कि सरदारपुर तहसील में इस बारिश से ज्यादा नुकसान हुआ है। जो गेहूं सूख कर कटने की स्थिति में थे वे भीग गए इससे दानों का रंग फीका पडऩे से कीमत कम मिलेगी। वहीं रायसेन जिले के ग्राम बरनी जागीर गांव में भी करीब 50 से अधिक किसानों की गेहूं की फसल तेज हवा और बारिश से आड़ी पडऩे की खबर है। यहां के पीडि़त किसान श्री श्याम सिंह राजपूत ने कृषक जगत को बताया कि 15 एकड़ में गेहूं लगाया था, फसल में बालियां भी आ गई थीं, लेकिन गत दिनों चली तेज़ हवा और बारिश के कारण गेहूं की पूरी फसल आड़ी पड़ गई है।
श्री विक्रम मंडलोई मर्दाना (सनावद ) ने कहा कि 3 एकड़ में लगाए गेहूं आड़े पड़ गए। चने के फल टूटने से उत्पादन कम मिलेगा। क्षेत्र में उद्यानिकी फसल लेने वाले भी प्रभावित हुए हैं। इसी गांव के श्री नानकराम चौधरी ने बताया कि पपीता के 6 हजार पौधे लगाए थे। तेज हवा और बारिश से 40 प्रतिशत पपीता की फसल बर्बाद हो गई। पपीता के पेड़ गिरने से 500 क्विंटल का नुकसान हुआ है। इसके अलावा 40 एकड़ की मिर्च और अरंडी फसल का भी बहुत नुकसान हुआ है।
नागझिरी प्रतिनिधि श्री राजीव कुशवाह ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश से क्षेत्र के कई गांवों की गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। दाउदखेड़ी और गढ़ी ग्राम में चने के आकार के ओले गिरने से गेहूं की खड़ी फसल आड़ी पड़ गई और कटी फसल के पुले भी भीग गए।
श्री एम.एल. चौहान, उप संचालक कृषि, खरगोन ने कृषक जगत को बताया कि कई गांवों में बारिश से फसलों को नुकसान होने होने की जानकारी मिली है। जल्द ही सभी एस.ए.डी.ओ. को सर्वे के लिए निर्देश जारी करता हूँ।
ओला-वृष्टि से हुई क्षति की भरपाई करेगी सरकार : श्री पटेल
कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने ओला-वृष्टि की सूचना मिलने पर संबंधित जिलों के कलेक्टर और कृषि उप संचालकों को मौका-मुआयना कर सर्वे कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया है कि ओला-वृष्टि से रबी फसलों को हुई क्षति की भरपाई सरकार करेगी।