राज्य कृषि समाचार (State News)

गुणवत्ता युक्त अनाज उत्पादन प्राकृतिक खेती से संभव – डॉ राजपूत

17 अक्टूबर 2025, भोपाल: गुणवत्ता युक्त अनाज उत्पादन प्राकृतिक खेती से संभव – डॉ राजपूत – क्षेत्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती संस्थान की कार्यशाला भोपाल (कृषक जगत) आधुनिकता के दौर में अंधाधुंध रसायनों के प्रयोग से एक और अनाज उत्पादन में वृद्धि वहीं दूसरी ओर इसकी गुणवत्ता में गिरावट देखी जा रही है। भूमि की अनाज उत्पादन क्षमता में सभी पोषक तत्वों की पूर्ति लंबे समय तक बनाए रखने में प्राचीन कृषि पद्धति अपनाना जरूरी हो गया है। प्रचलित पद्धतियों में जैविक खेती, प्राकृतिक खेती ,परंपरागत खेती ,अग्निहोत्र आदि की महत्वपूर्ण भूमिका है ‌।रसायन को छोड़कर सभी कृषि पद्धतियों को एक ही मंच पर लाने का प्रयास गत दिवस भोपाल में हुई राज्य स्तरीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती संस्थान की कार्यशाला में देखने को मिला । क्षेत्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती केंद्र (भारत सरकार) नागपुर द्वारा आयोजित कार्यालय में गुजरात, महाराष्ट्र के साथ प्रदेश के किसानों ने भाग लिया। इन तकनीकों से जुड़े शोधकर्ताओं के अनुभव सुनने का मौका अन्य किसानों को मिला ‌।क्षेत्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती संस्थान के निदेशक डॉ अजय सिंह राजपूत ने संस्था द्वारा इस दिशा में किया जा रहे कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया ‌।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री नरेंद्र भाई ने गुजरात में गांधीनगर के नजदीक जैविक एवं प्राकृतिक खेती आधारित माडल तैयार किया यहां देशी गाय एवं गौमूत्र से फसलों का उत्पादन बताया । श्री ताराचंद बेलजी जबलपुर में पिछले 20 वर्षों से प्राचीन कृषि पद्धतियों पर खेती कर रहे हैं ।खेत पर जैविक एवं प्राकृतिक खेती के अलावा अग्निहोत्र, ऋषि मुनियों के ग्रथं आदि का प्रयोग कर भरपूर उत्पादन हासिल कर रहे है। श्री आकाश चौरसिया सागर में पिछले 17 वर्षों से कम भूमि पर मल्टीलेयर खेती करते हैं यह जैविक एवं प्राकृतिक के साथ पौधों को संगीत भी सुनते हैं जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि हुई। श्री अशोक मीणा भोपाल ने जैविक एवं प्राकृतिक विधि से 1 एकड़ क्षेत्र में 25 प्रकार के 451 फलदार पौधे लगाकर अतिरिक्त आय का जरिया बनाया है। डॉ यतिन मेहता परियोजना संचालक नीमच के अनुसार औषधीय एवं सुगंधित खेती को प्राकृतिक एवं जैविक तरीके से उत्पादन किया जाए तो उसका अधिक दाम किसानों को मिल सकता है । प्राकृतिक तरीके से औषधि फसल उत्पादन पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिया। श्री सुखलाल ठाकुर प्रगतिशील कृषक भोपाल ने इस पद्धति से तैयार फसलों का समर्थन मूल्य निर्धारण करने की बात कही,,,,,

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कार्यक्रम में राज्य प्रशिक्षण केन्द्र भोपाल के संचालक श्री जी पी प्रजापति , संयुक्त संचालक कृषि भोपाल संभाग श्रीमती सुमन प्रसाद, पतंजलि संस्थान के निदेशक डॉ राजेश सक्सेना, संचालनालय कृषि के उप संचालक श्री जितेंद्र सिंह परिहार , वर्धा महाराष्ट्र के कृषक श्री नंदू भाई गावंडे , स्वयं सेवी संस्था के श्री द्वारिका सिंह, खरगोन के श्री ओमप्रकाश पाटीदार, श्री रत्नेश सिंह,कार्यक्रम की नोडल अधिकारी सहायक संचालक कृषि श्रीमती माधुरी वानखेडे , भारतीय वन प्रबंध संस्थान के डा मनोज सिंह,सहायक संचालक कृषि भोपाल श्री अमित सिंह , जैविक एवं प्राकृतिक खेती संस्थान नागपुर के डा स्वप्निल मगर, श्री एल के नाईक , सेवानिवृत्त कृषि अधिकारी श्रीमती आशालता पाठक विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि के साथ सेकंडों कृषक उपस्थित थे। कृषक पुरस्कृत कार्यक्रम में जैविक खेती करने वाले किसानों को भी पुरस्कृत किया गया इनमें श्री मनोहर पाटीदार ,श्री हरि भाउ गोविंद राउत ,श्री गजराज सिंह वर्मा ,श्री ताराचंद बेलजी,श्री आकाश चौरसिया ,श्री गुलाब सिंह मेवाड़ा, श्री अशोक मीणा, श्री सुखलाल ठाकुर, श्री नंदकिशोर गावंडे एवं कृषक जगत भोपाल के विशेष प्रतिनिधि प्रकाश दुबे प्रमुख हैं।

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