प्रधानमंत्री मोदी ने “मन की बात” में मध्यप्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों के जल-संरक्षण प्रयासों की प्रशंसा, मुख्यमंत्री ने दी सराहना
30 सितम्बर 2024, भोपाल: प्रधानमंत्री मोदी ने “मन की बात” में मध्यप्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों के जल-संरक्षण प्रयासों की प्रशंसा, मुख्यमंत्री ने दी सराहना – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “मन की बात” कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के डिंडोरी और छतरपुर जिलों में महिलाओं द्वारा जल-संरक्षण के अनूठे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किए गए कार्यों को प्रेरणादायक बताते हुए विशेष रूप से डिंडोरी के शारदा आजीविका समूह और छतरपुर के हरि बगिया समूह के प्रयासों का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डिंडोरी जिले के रयपुरा गांव में महिलाओं द्वारा बनाए गए तालाब से भूजल स्तर में सुधार हुआ है। इन महिलाओं ने मछली पालन शुरू किया और फिश पार्लर खोलकर अपनी आय में भी इजाफा किया है। वहीं, छतरपुर जिले के खोंप गांव में महिलाओं ने तालाब से निकाली गई गाद (मिट्टी) का उपयोग कर बंजर जमीन को उपजाऊ बना दिया और वहां फूड फॉरेस्ट तैयार किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी प्रधानमंत्री के “मन की बात” कार्यक्रम को अपने निवास पर सुना और इन महिला समूहों के प्रयासों को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि यह उदाहरण दूसरों को प्रेरित करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऐसे नवाचारों को आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे जल-संरक्षण और आजीविका के साधनों में वृद्धि हो सके।
मछली पालन और फूड फॉरेस्ट से बढ़ाई आय
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “डिंडोरी की महिलाओं ने तालाब का निर्माण कर भूजल स्तर बढ़ाया और मछली पालन के जरिए नई आजीविका शुरू की। फिश पार्लर खोलकर मछलियों की बिक्री से उनकी आय में भी वृद्धि हुई है।” छतरपुर की महिलाओं ने तालाब से निकली गाद का उपयोग कर फूड फॉरेस्ट तैयार किया, जिससे फसलों की पैदावार बढ़ी है और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सामूहिकता से किए जा रहे ऐसे प्रयास जल-संरक्षण और सामुदायिक विकास के लिए प्रेरणादायी हैं।
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