राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश में दुग्ध सहकारिता को नया आयाम: 13 अप्रैल को भोपाल में गोपाल सम्मेलन

09 अप्रैल 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश में दुग्ध सहकारिता को नया आयाम: 13 अप्रैल को भोपाल में गोपाल सम्मेलन – मध्यप्रदेश में दुग्ध सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने नई पहल की घोषणा की है। 13 अप्रैल को भोपाल के रवीन्द्र भवन में राज्य स्तरीय सहकारी दुग्ध उत्पादक गोपाल सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह शामिल होंगे। इस दौरान दुग्ध संघों, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और एमपी स्टेट को-आपरेटिव डेयरी फेडरेशन के बीच एक सहकार्यता अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को मंत्रालय में आयोजित एक बैठक में इस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा, “सहकार से समृद्धि के विजन के तहत मध्यप्रदेश दुग्ध सहकारिता के क्षेत्र में विशेष स्थान बनाएगा।” बैठक में डेयरी विकास एवं पशुपालन राज्य मंत्री लखन पटेल और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

किसानों के लिए क्या है योजना?

सरकार का लक्ष्य दुग्ध उत्पादन को बढ़ाकर किसानों और पशुपालकों की आय में सुधार करना है। इसके लिए सांची डेयरी के तहत हर जिले में मिल्क कूलर, मिनी डेयरी प्लांट और चिलिंग सेंटर की संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही, दुग्ध संघों की प्रोसेसिंग क्षमता को 18 लाख लीटर प्रतिदिन से 30 लाख लीटर प्रतिदिन तक विस्तार करने की योजना है। पुराने संयंत्रों को आधुनिक तकनीक से लैस नए संयंत्रों से बदला जाएगा।

प्रदेश में दुग्ध सहकारी समितियों का दायरा बढ़ाने पर भी जोर है, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को सहकारी डेयरी कार्यक्रम से जोड़ा जा सके। मध्यप्रदेश वर्तमान में देश में दुग्ध उत्पादन में तीसरे स्थान पर है।

योजना के तहत किसानों को दूध की उचित कीमत और नियमित खरीद की गारंटी देने की बात कही गई है। इससे न केवल किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलेगा, बल्कि सांची ब्रांड को भी मजबूती मिलने की उम्मीद है। हालांकि, इस योजना की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसे जमीनी स्तर पर कितनी प्रभावी ढंग से लागू किया जाता है।

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