राज्य कृषि समाचार (State News)

प्राकृतिक खेती को मिलेगा MSP और बीमा में दोगुना लाभ, सांसद दर्शन सिंह ने लोकसभा में प्राकृतिक कृषि विधेयक किया पेश

08 दिसंबर 2025, भोपाल: प्राकृतिक खेती को मिलेगा MSP और बीमा में दोगुना लाभ, सांसद दर्शन सिंह ने लोकसभा में प्राकृतिक कृषि विधेयक किया पेश – लोकसभा में शुक्रवार को होशंगाबाद-नरसिंहपुर के सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने प्राकृतिक कृषि संवर्धन विधेयक, 2025 (The Promotion of Natural Agriculture Bill, 2025) प्रस्तावित किया। यह विधेयक प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।

विधेयक के अनुसार, केंद्रीय सरकार प्राकृतिक कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय करेगी, जो सामान्य खेती में निर्धारित मूल्य के दोगुने से कम नहीं होगा। इसके साथ ही प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को फसल बीमा का लाभ भी सामान्य खेती करने वाले किसानों की तुलना में दोगुना मिलेगा।

Advertisement
Advertisement

सांसद चौधरी ने कहा कि इस विधेयक से किसानों को न केवल अधिक आर्थिक सुरक्षा मिलेगी, बल्कि प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा। इसके तहत समुचित सरकारें:

1. प्राकृतिक कृषि उपज की बिक्री के लिए राष्ट्रीय कृषि उपज मंडी स्थापित करेंगी।
2. प्राकृतिक खेती द्वारा उगाए गए उत्पादों के भंडारण और परिवहन के लिए पर्याप्त खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
3. कुटीर और लघु उद्योगों को जैविक एवं प्राकृतिक खाद से उगाए गए कृषि उत्पादों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

Advertisement8
Advertisement

देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए अधिक कार्बन उत्सर्जन करने वाली कंपनियों द्वारा कार्बन क्रेडिट सीमा की खरीद से प्राप्त राजस्व का उपयोग किया जाएगा।

Advertisement8
Advertisement

सांसद चौधरी ने बताया कि यह विधेयक किसानों को आर्थिक सुरक्षा और बेहतर मार्केटिंग अवसर प्रदान करेगा, जिससे देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलेगा और पर्यावरणीय संतुलन भी कायम रहेगा।

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture

Advertisements
Advertisement5
Advertisement