राज्य कृषि समाचार (State News)

असम में प्राकृतिक खेती को मिलेगा बूस्ट: केंद्र करेगा पूरी मदद- शिवराज सिंह चौहान

02 जुलाई 2024, नई दिल्ली: असम में प्राकृतिक खेती को मिलेगा बूस्ट: केंद्र करेगा पूरी मदद- शिवराज सिंह चौहान – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली में असम के कृषि मंत्री श्री अतुल बोरा से मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य असम में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना और राज्य के कृषि क्षेत्र की तीव्र प्रगति सुनिश्चित करना था।

श्री चौहान ने बैठक के दौरान बताया कि केंद्र सरकार किसानों और कृषि क्षेत्र के हित में असम को हर संभव सहायता प्रदान करती रहेगी। बैठक में असम में मृदा स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई), भंडारण क्षमता बढ़ाने, बागवानी सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।

Advertisement
Advertisement

केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसानों और कृषि क्षेत्र का हित हमारे लिए सर्वोपरि है। इसी के तहत केंद्र सरकार असम को क्षमता निर्माण कार्यशाला और प्रशिक्षण के आयोजन पर पूरा सहयोग प्रदान करती रहेगी।”

श्री चौहान ने श्री अतुल बोरा से कृषि मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों पर चर्चा की और राज्य में फसल पश्चात प्रबंधन क्षमता को बढ़ाने और फसल के बाद होने वाले नुकसान को न्यूनतम करने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की एमआईडीएच, पीएमकेएसवाई और पीएमएफएमई की योजनाओं के साथ समन्वय कर एआईएफ के अंतर्गत ड्राई स्टोरेज, कोल्ड स्टोरेज, प्रसंस्करण इकाईयों जैसे बुनियादी योजनाओं के साथ समन्वय करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

Advertisement8
Advertisement

उन्होंने कहा, “असम के किसानों को केंद्र के स्तर पर किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करती रहेंगी।”

Advertisement8
Advertisement

श्री चौहान ने केंद्र सरकार की प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की नीति के बारे में बताया और कहा, “असम में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के पर्याप्त अवसर हैं।”

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement