National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

प्रधान मंत्री की प्राकृतिक खेती पहल को अपनाना जरूरी : श्री शिवराज सिंह चौहान

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16 फरवरी 2023, इंदौर: प्रधान मंत्री की प्राकृतिक खेती पहल को अपनाना जरूरी : श्री शिवराज सिंह चौहान – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में कृषि कार्य समूह (एडब्ल्यूजी) की जी20 प्रथम कृषि प्रतिनिधि बैठक (एडीएम) का उद्घाटन किया। 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उद्घाटन भाषण में कहा, धरती के स्वास्थ्य की रक्षा करना हमारा सर्वोच्च कर्तव्य है। 

हमारे द्वारा “उत्पादन बढ़ाने के लिए रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अंधाधुंध उपयोग ने पृथ्वी के स्वास्थ्य और मिट्टी की गुणवत्ता को बुरी तरह से प्रभावित किया है। इसका मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है।”

श्री चौहान ने इको फ्रेंडली तकनीक अपनाने पर बल देते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किये गये प्राकृतिक खेती के अभियान को अपनाना आवश्यक है। “भारत सदियों से मानता आया है कि प्रकृति का दोहन नहीं होना चाहिए, हमें केवल प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संतुलन के लिए इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों का भी अस्तित्व जरूरी है।

श्री चौहान ने अपने भाषण में आगे कहा कि लगातार बढ़ती जनसंख्या के कारण खाद्य सुरक्षा आज विश्व के सामने एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।

“दुनिया की केवल 12 प्रतिशत भूमि कृषि के लिए उपयुक्त है। वर्ष 2030 तक खाद्यान्न की मांग 345 मिलियन टन होगी, जबकि वर्ष 2000 में यह मांग 192 मिलियन टन थी। इससे जाहिर है कि न तो कृषि भूमि बढ़ने वाली है और न ही हमारे प्राकृतिक संसाधन बढ़ने वाले हैं।

श्री चौहान ने कहा कि हमें कृषि भूमि की उत्पादकता बढ़ाने के लिये भी समुचित प्रयास करने चाहिये। इसके लिए मशीनीकरण, डिजिटलाइजेशन, नई तकनीक और नए बीजों के इस्तेमाल को लगातार बढ़ावा देना होगा।

उन्होंने कहा,  मध्यप्रदेश तिलहन के उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर रहा है। देश में सोया (सोयाबीन) के उत्पादन में मध्यप्रदेश की 60 प्रतिशत भागीदारी है। साथ ही मध्यप्रदेश देश में गेहूँ का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।

श्री चौहान ने बताया कि “हमने राज्य में उत्पादन बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया है।” इसमें सिंचाई क्षेत्र को बढ़ाने का कार्य उल्लेखनीय है। वर्ष 2003 में प्रदेश में मात्र 7.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की गई थी। इसे बढ़ाकर अब हम 45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई कर रहे हैं। साथ ही हमारा लक्ष्य 65 लाख हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का है।

उत्पादन बढ़ाना जरूरी- श्री चौहान 

श्री चौहान ने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ उत्पादन लागत को कम करना भी जरूरी है। इस दिशा में नई किफायती तकनीक और मशीनीकरण के उपयोग से किसानों की मदद करने की भी पहल की जा रही है।

श्री चौहान ने कहा कि पीएम मोदी ने अभियान के रूप में पारंपरिक मिलेट्स को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाया है। 

श्री अन्न को बढ़ावा 

“मिलेट्स को पीएम मोदी द्वारा “श्री अन्ना” नाम दिया गया है। साथ ही इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र ने भी मिलेट्स को अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया है।” 

जी20 प्रथम एडीएम के मौके पर, श्री चौहान ने एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जिसमें मोटे अनाज पर विशेष जोर देते हुए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की क्षमता, उपलब्धियों और प्रगति को प्रदर्शित किया गया था।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्टालों का दौरा किया और कृषि उत्पादों का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में पशुपालन और मत्स्य पालन के साथ-साथ श्रीअन्न  और इसके मूल्य वर्धित खाद्य उत्पाद आकर्षण का केंद्र थे।

इसके बाद, तीन दिवसीय बैठक के पहले दिन दो पक्ष कार्यक्रम अर्थात्: G20 पहलों का जायजा लेना और खाद्य सुरक्षा पर जलवायु स्मार्ट कृषि पर वैश्विक मंच का आयोजन किया गया। प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ, साइड इवेंट्स में विभिन्न संगठनों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति भी देखी गई।

महत्वपूर्ण खबर: गेहूँ मंडी रेट (13 फरवरी 2023 के अनुसार) 

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