पारंपरिक खेती के मुकाबले फलों की खेती से कमाया जा सकता है अधिक लाभ – कलेक्टर
23 अगस्त 2025, भोपाल: पारंपरिक खेती के मुकाबले फलों की खेती से कमाया जा सकता है अधिक लाभ – कलेक्टर – मध्यप्रदेश के भिंड जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बुधवार को ग्राम दबोहा में “बगिया मां के नाम” अभियान के अंतर्गत कृषक रामसनेही शर्मा के खेत में एप्पल बेर के पौधों का रोपण किया। साथ ही “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत चीकू का पौधा भी लगाया। इस अवसर पर सहायक संचालक उद्यानिकी गम्भीर सिंह तोमर, ग्राम दबोहा के सरपंच, उद्यानिकी विभाग से शंकरलाल, पवन शर्मा और अन्य कृषक भी उपस्थित थे।
किसानों को दी गई बागवानी अपनाने की सलाह
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की योजना के तहत ग्राम दबोहा में श्री रामसनेही शर्मा की 0.500 हेक्टेयर भूमि में एप्पल बेर के 280 पौधे लगाए गए। कलेक्टर श्रीवास्तव ने किसानों से बागवानी फसलों को अपनाने का आग्रह करते हुए कहा कि पारंपरिक खेती की तुलना में फलों की खेती अधिक लाभदायक है। उन्होंने रामसनेही शर्मा द्वारा की जा रही केला, पीली हल्दी, काली हल्दी, अमरूद, आम और सफेद चंदन की खेती का निरीक्षण कर लागत और मुनाफे की जानकारी ली।
कलेक्टर ने ग्राम दबोहा के ही श्री राजीव शर्मा की जैविक खेती का भी अवलोकन किया, जहाँ उन्होंने पीली और काली हल्दी की फसल देखी और उसके लाभ के बारे में जाना। उन्होंने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के अन्य किसानों को भी बागवानी के लिए प्रेरित करें और उन्हें अधिक लाभ कमाने के लिए मार्गदर्शन दें।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: