छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक: खेती-किसानी शुरू, 6.04 लाख हेक्टेयर में बोनी पूरी
28 जून 2025, रायपुर: छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक: खेती-किसानी शुरू, 6.04 लाख हेक्टेयर में बोनी पूरी – छत्तीसगढ़ में मानसून के आगमन के साथ ही खेती-किसानी का काम जोरों पर शुरू हो गया है। राज्य में अब तक 6.04 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी हो चुकी है। कृषि विभाग के अनुसार, इस खरीफ सीजन में 48.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य रखा गया है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मानसून की बारिश के साथ खेती का काम तेजी से बढ़ रहा है। 23 जून 2025 तक प्रदेश में 62.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो राज्य की औसत वार्षिक वर्षा 1238.7 मिमी का हिस्सा है। इस बारिश ने किसानों को खेतों में काम शुरू करने के लिए प्रेरित किया है।
खाद-बीज वितरण की स्थिति
कृषि विभाग ने खरीफ 2025 के लिए 4.95 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य रखा है। अब तक 6 लाख क्विंटल बीज का भंडारण किया गया है, जिसमें से 3.68 लाख क्विंटल बीज किसानों को वितरित किए जा चुके हैं। यह मांग का 74 प्रतिशत है। पिछले साल खरीफ 2024 में 4.64 लाख क्विंटल बीज वितरित किए गए थे।
इसी तरह, उर्वरक वितरण का लक्ष्य 14.62 लाख मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है। इसके तहत 11.36 लाख मीट्रिक टन उर्वरक सहकारी और निजी क्षेत्रों में भंडारित किए गए हैं, जिनमें से 6.58 लाख मीट्रिक टन उर्वरक किसानों को दिए जा चुके हैं। यह लक्ष्य का 45 प्रतिशत है।
सरकार के निर्देश
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “किसानों को उनकी मांग के अनुसार खाद-बीज सुगमता से उपलब्ध कराने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खाद-बीज वितरण में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सोसायटियों में पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जाए। कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री रामविचार नेताम के मार्गदर्शन में विभाग इस पर निगरानी रख रहा है।
किसानों की तैयारी
प्रदेश के किसान मानसून की बारिश का लाभ उठाकर धान, मक्का, और अन्य फसलों की बोनी में जुटे हैं। कृषि विभाग का कहना है कि बोनी का रकबा लगातार बढ़ रहा है, और मौसम अनुकूल रहने पर लक्ष्य को समय पर हासिल किया जा सकता है।
किसानों का कहना है कि समय पर खाद-बीज की उपलब्धता उनकी फसल की गुणवत्ता और उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में वितरण की गति को लेकर शिकायतें भी सामने आई हैं, जिन्हें विभाग ने जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया है।
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