राज्य कृषि समाचार (State News)

बुरहानपुर में सर्वाधिक 32 मिमी वर्षा, तेज़ हवा से हुआ नुकसान

11 जून 2022, इंदौर । बुरहानपुर में सर्वाधिक 32 मिमी वर्षा, तेज़ हवा से हुआ नुकसान –इंदौर (11 जून ) :  मौसम केंद्र ,भोपाल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में मध्यप्रदेश के अनूपपुर, छतरपुर,छिंदवाड़ा,सिवनी,अशोकनगर,ग्वालियर,शिवपुरी , बड़वानी,बुरहानपुर, खरगोन,रायसेन ,विदिशा, शाजापुर,बैतूल एवं नर्मदापुरम जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज़ की गई तथा शेष जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। तेज़ हवा के साथ हुई वर्षा से बुरहानपुर जिले के नेपानगर ,बुरहानपुर एवं बैतूल जिले के आमला में फसलों, पेड़ों ,बिजली के खम्बों और झोपड़ियों को नुकसान पहुँचने और  आमला में ओले गिरने की खबर है। बिजली गिरने से बुरहानपुर जिले के असीरगढ़ में तीन पशु हताहत हुए हैं। पिछले 24  घंटों में राज्य में हुई वर्षा के आंकड़े इस प्रकार हैं –        
                               
  पश्चिमी मध्य प्रदेश -बुरहानपुर (सिटी – 32.0),ग्वालियर (भितरवार – 13.0),विदिशा (गुलाबगंज – 8.0, सिटी & गंजबसौदा -ट्रेस ),खरगोन (सिटी – 6.8, सेगांव – 6, झिरन्या – 1.0),बैतूल (आठनेर – 6.1),शिवपुरी (सिटी – 6.0, पिपरसमा केवीके  – 1.5),नर्मदापुरम (सोहागपुर – 5.0),शाजापुर (शुजालपुर – 5.0),रायसेन (गैरतगंज – 3.6, सिटी – 1.0),अशोकनगर (ईसागढ़ – 1.0),बड़वानी (पाटी – 0.8),राजगढ़ (सिटी -ट्रेस ),भोपाल (सिटी -ट्रेस , बैरागढ़ – ट्रेस ),खण्डवा (ट्रेस ) की गई।

पूर्वी मध्य प्रदेश –  छतरपुर  (नौगांव – 12.0), छिंदवाड़ा (पाण्ढुर्णा – 7.4, सिटी – 4, एग्रो ओब्स  – 3.0, चांद – 1.2, उमरेठ – 1.2, मोहखेड़ – 0.2),सिवनी (घनसौर – 2.0), अनूपपुर (अमरकंटक – 1.6), जबलपुर (सिटी -ट्रेस ) की गई। उज्जैन, इंदौर, नर्मदापुरम, भोपाल, रीवा, सागर एवं जबलपुर संभागों के जिलों में तथा अनूपपुर, अशोकनगर और ग्वालियर जिले में वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना व्यक्त की गई है।

मौसम केंद्र द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्तमान में अपतटीय ट्रफ उत्तरी महाराष्ट्र तट से उत्तरी कर्नाटक तट तक विस्तृत है। वहीं दुर्बल पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप अफगानिस्तान में अवस्थित है, जबकि अन्य पश्चिमी विक्षोभ अभी भी उत्तर-मध्य भारत में सक्रिय है। वहीं पूर्व-पश्चिम ट्रफ पश्चिमोत्तर उत्तर प्रदेश से बिहार, उत्तरी बंगाल और पश्चिमी असम तक विस्तृत है, जबकि पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है। साथ ही पूर्व-मध्य अरब सागर में अवस्थित चक्रवातीय परिसंचरणअब दक्षिणी गुजरात से मध्य अरब सागर तक एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है। आज द.प. मानसून के और आगे बढ़ने पर अब उसकी उत्तरी सीमा दहानू, मुम्बई, पुणे, बेंगलूरू, पांडिचेरी और बंगाल की खाड़ी से होते हुए सिलीगुड़ी से गुजर रही है।

महत्वपूर्ण खबर: बीजामृत (बीज अमृत) बनाने की विधि

Advertisements