मध्यप्रदेश: राष्ट्रपति मुर्मु ने बेटियों की शिक्षा पर दिया जोर, सामूहिक प्रयासों से बनेगी आत्मनिर्भर भारत की नींव
20 सितम्बर 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश: राष्ट्रपति मुर्मु ने बेटियों की शिक्षा पर दिया जोर, सामूहिक प्रयासों से बनेगी आत्मनिर्भर भारत की नींव – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इंदौर में आयोजित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के हीरक जयंती और 14वें दीक्षांत समारोह के दौरान बेटियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बेटियां देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सभी को एकजुट होना होगा।
राष्ट्रपति मुर्मु ने देवी अहिल्याबाई होल्कर को महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनके कुशल प्रशासन और जनसेवा के कार्य आज भी प्रेरणादायक हैं। समारोह में राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को स्वर्ण और रजत पदक सहित उपाधियाँ प्रदान कीं।
उन्होंने इंदौर की स्वच्छता में देश में हासिल की गई उपलब्धियों के लिए शहरवासियों की सराहना की और कहा कि यह शहर देवी अहिल्याबाई होल्कर की विरासत को सशक्त रूप से आगे बढ़ा रहा है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर बेटियों को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दौरान देवी अहिल्याबाई के जीवन को संघर्ष और साहस का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनका जीवन समाज सुधार और न्यायप्रियता का आदर्श है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बौद्धिक सम्पदा का उपयोग राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए किया जा रहा है।
समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने भी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और देवी अहिल्याबाई के योगदान को याद किया। उन्होंने विद्यार्थियों से देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार सहित कई गणमान्य लोग और विद्यार्थी उपस्थित थे।
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