राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्य प्रदेश: राज्यपाल ने कृषि विद्यार्थियों से किसानों की समस्याओं के समाधान में योगदान देने का आह्वान किया

ग्वालियर में कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 979 विद्यार्थियों को दी गई उपाधियाँ

16 अक्टूबर 2024, भोपाल: मध्य प्रदेश: राज्यपाल ने कृषि विद्यार्थियों से किसानों की समस्याओं के समाधान में योगदान देने का आह्वान किया – मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कृषि क्षेत्र के विद्यार्थियों से किसानों की जटिल समस्याओं के समाधान में अहम भूमिका निभाने की अपील की है। राज्यपाल ने कहा कि पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक तकनीक के उपयोग से कृषि में सुधार लाया जा सकता है, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों तक उन्नत तकनीक पहुँच सके। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विद्यार्थी किसानों को बेहतर उत्पादन के साथ उद्यमिता की ओर भी प्रेरित करें।

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राज्यपाल पटेल ग्वालियर में आयोजित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में 979 छात्रों को उपाधियाँ दी गईं, जिनमें 48 पीएचडी, 666 स्नातक और 265 स्नातकोत्तर विद्यार्थी शामिल थे। समारोह में 7 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल और 4 को सरताज बहादुर सिन्हा स्मृति पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

मानद उपाधियाँ और गोल्ड मेडल

इस अवसर पर कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चार विशेषज्ञों को मानद उपाधियाँ प्रदान की गईं, जिनमें विख्यात कृषि वैज्ञानिक जगदीश कुमार लड्डा, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ओ.पी. श्रीवास्तव, अंतर्राष्ट्रीय कृषि वैज्ञानिक पी.एम. गौर, और जैविक खेती के विशेषज्ञ वत्सल दीपक सजदे शामिल थे। इसके अलावा, विभिन्न श्रेणियों में स्वर्ण पदक और नगद पुरस्कार प्रदान किए गए।

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कृषि क्षेत्र में चुनौतियाँ और नवाचार की ज़रूरत

राज्यपाल ने अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत और “वोकल फॉर लोकल” अभियान की दिशा में कृषि क्षेत्र के विद्यार्थियों को नए विचारों और नवाचारों पर काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, घटती जोत और प्राकृतिक संसाधनों की कमी कृषि क्षेत्र की प्रमुख चुनौतियाँ हैं। इन चुनौतियों से निपटने के लिए व्यापक शोध और तकनीकी समाधानों की आवश्यकता है।

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कुलाधिपति प्रो. पी.एल. गौतम ने भी कृषि शिक्षा और शोध की गुणवत्ता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि बढ़ती जनसंख्या, जलवायु परिवर्तन और जल संसाधनों की कमी जैसी समस्याओं से निपटने के लिए विश्वविद्यालयों को आधुनिक तकनीक और मजबूत ढांचे की ओर कदम बढ़ाने होंगे।

कृषि विद्यार्थियों से समाज के लिए योगदान देने की अपील

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी ने कहा कि कृषि विद्यार्थियों को नौकरी के बजाय खेती से जुड़े उद्यमों को स्थापित करने पर ध्यान देना चाहिए, जिससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी और कृषि को लाभ का धंधा बनाया जा सकेगा।

समारोह के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरविंद कुमार शुक्ला ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का उल्लेख किया और कहा कि डिजिटल तकनीक के उपयोग से छात्रों की उपाधियाँ डिजी लॉकर में अपलोड की गई हैं। साथ ही विश्वविद्यालय में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिनमें आलू के बीज उत्पादन और हाइब्रिड सब्जियों के बीज उत्पादन से जुड़ी परियोजनाएँ प्रमुख हैं।

उपाधि प्राप्त करने वालों में उत्साह

दीक्षांत समारोह में शामिल विद्यार्थियों के चेहरे पर उत्साह साफ झलक रहा था। इस मौके पर गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं ने अपनी मेहनत और भविष्य के सपनों को साझा किया। ग्वालियर की साक्षी, सीहोर की श्रुति तोमर, मंदसौर के अमित बिरगोदिया और गार्गा त्रिपाठी को स्नातक स्तर पर स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। पीएचडी में धीरज सिंह को गोल्ड मेडल मिला।

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