राज्य कृषि समाचार (State News)

खेती को लाभ का धंधा बनाने में जुटी मध्यप्रदेश सरकार – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

16 अगस्त 2025, भोपाल: खेती को लाभ का धंधा बनाने में जुटी मध्यप्रदेश सरकार – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि किसानों की तरक्की और खुशहाली के लिए राज्य सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है। सिंचाई की सुविधाओं का विस्तार, बिजली बिल से राहत देने के लिए सोलर पंप पर भारी अनुदान, कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा और पशुपालन व डेयरी सेक्टर में मदद जैसी कई योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं। उन्होंने ये बातें ग्वालियर में बलराम जयंती के मौके पर आयोजित किसान सम्मान समारोह में वर्चुअली (भोपाल से) संबोधित करते हुए कहीं।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने भगवान बलराम जयंती की शुभकामनाएं दीं और कार्यक्रम के आयोजक नंदलाल बाल कल्याण समिति को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को आसान बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

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सवा साल में 7 लाख हेक्टेयर बढ़ा सिंचाई रकबा

मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले सवा साल में प्रदेश में 7 लाख हेक्टेयर से अधिक सिंचाई का रकबा बढ़ाया गया है। वर्ष 2003 में जहाँ लगभग 7.5 लाख हेक्टेयर में ही सिंचाई होती थी, वहीं अब यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। आजादी के बाद जितनी सिंचाई सुविधाएं बनीं, उतनी सुविधा सिर्फ पिछले सवा साल में ही सरकार ने उपलब्ध कराई है।

2003 के बाद से अब तक कुल 44 लाख हेक्टेयर सिंचाई रकबे में बढ़ोत्तरी की गई है। केन-बेतवा और पार्वती–काली सिंध–चंबल नदी जोड़ परियोजना से ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई का बड़ा विस्तार हो रहा है।

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सोलर पंप पर 90% तक अनुदान, ब्याजमुक्त ऋण

खेती की लागत कम करने के लिए सरकार किसानों को सोलर पंप पर 90% तक अनुदान दे रही है, खासकर 10 और 5 हॉर्स पावर के पंपों पर। साथ ही किसानों को ब्याज रहित कृषि ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

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मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष सरकार ने देश में सबसे अधिक समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की है — ₹2600 प्रति क्विंटल की दर से। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस दर में और बढ़ोत्तरी की जाएगी, जिससे किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके।

बीहड़ों में नेपियर घास और नए उद्योगों का विकास

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि बीहड़ क्षेत्रों में नेपियर घास लगाई जाएगी, जिससे इन इलाकों का दोहरा लाभ होगा,  मिट्टी का संरक्षण और चारे की उपलब्धता। साथ ही, कृषि आधारित छोटे उद्योगों को भी इन क्षेत्रों में विकसित किया जाएगा।

सरकार किसानों को नई तकनीक और आधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध कराने के लिए बड़े स्तर पर किसान मेलों का आयोजन भी कर रही है। जल्द ही मुरैना में एक वृहद किसान मेला आयोजित किया जाएगा, जिससे ग्वालियर-चंबल अंचल के हजारों किसान लाभान्वित होंगे।

ड्रोन प्रशिक्षण और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का लाभ

मुख्यमंत्री ने ग्वालियर में सुपर सीडर की बड़े पैमाने पर बोवनी और ड्रोन दीदियों के प्रशिक्षण की सराहना की। उन्होंने बताया कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना दोनों से हर साल ₹10,000 की राशि सीधे उनके खातों में दी जा रही है।

कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए दालों पर टैक्स में कमी की गई है और दाल मिलों को विशेष छूट दी जा रही है। साथ ही, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और नरवाई प्रबंधन के लिए भी सरकार प्रोत्साहन दे रही है।

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किसान खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा– कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना

इस अवसर पर कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना ने कहा कि अगर किसान खुश रहेगा, तो देश भी प्रगति करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि किसी भी जिले या तहसील में खाद की कमी न हो, और यदि कहीं शिकायत आती है तो 12 घंटे के भीतर खाद उपलब्ध कराई जाएगी।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरविंद कुमार शुक्ला, नगर निगम सभापति मनोज तोमर, नंदलाल बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रूपसिंह राजपूत सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कवि शशिकांत यादव शशि ने किया। 

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