मध्यप्रदेश: कृषि उद्योग समागम में किसानों को मिल रही आधुनिक तकनीकों की सैर
28 मई 2025, भोपाल: मध्यप्रदेश: कृषि उद्योग समागम में किसानों को मिल रही आधुनिक तकनीकों की सैर – मध्यप्रदेश में तीन दिवसीय ‘कृषि उद्योग समागम’ किसानों के लिए नई तकनीकों और जानकारी का एक बड़ा मंच बनकर उभरा है. नरसिंहपुर में चल रहे इस आयोजन के दूसरे दिन मंगलवार को किसानों ने आधुनिक कृषि यंत्रों, जैविक खेती, और उन्नत बीजों से जुड़ी ताजा जानकारी हासिल की. समागम में 90 से अधिक स्टॉल्स के जरिए ड्रोन तकनीक, एआई-आधारित उपकरण, नैनो उर्वरक, और जैविक उत्पादों का प्रदर्शन किया गया, जो किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे.
कृषि वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन, किसानों की जिज्ञासाओं का समाधान
जबलपुर के कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने किसानों को जैविक खेती, कीट प्रबंधन, उन्नत बीजों, और मशीनों के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया. पशुपालन, मृदा परीक्षण, और जैव उर्वरकों जैसे विषयों पर भी किसानों को उपयोगी सलाह दी गई. नरसिंहपुर की कलेक्टर शीतला पटले ने बताया कि मेले में ड्रोन तकनीक, पावर स्प्रेयर, और मैकेनाइज्ड ग्रेन सेग्रेगेशन सिस्टम जैसे आधुनिक उपकरणों ने किसानों का ध्यान खींचा.
आधुनिक यंत्रों और नवाचारों का प्रदर्शन
एमपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने मवेशियों के लिए केटर ड्रिंकिंग वाटर टेंकर, मोबाइल जीआई वाटर प्यूरिफायर, और अनाज छंटाई प्रणाली जैसे यंत्र पेश किए. गुजरात की तीर्थ एग्रीकल्चर प्राइवेट लिमिटेड ने राउंड बेलर, स्मार्ट प्लांटर, सुपर सीडर, और थ्रेशर जैसी मशीनें प्रदर्शित कीं. पुणे की कृषि गति कंपनी का इलेक्ट्रिक बैल भी चर्चा में रहा, जिसका उपयोग बुआई, निदाई, और कीटनाशक छिड़काव में किया जा सकता है.
उन्नत बीज और बागवानी की जानकारी
किसानों को प्रमाणित बीजों की जानकारी देने के लिए नरसिंहपुर के कुशवाहा बीज भंडार सहित कई स्टॉल लगाए गए, जहां हजारों किसानों ने बीज खरीदे और जानकारी ली. गाडरवारा के किसान विजय पाल ने आम की प्रजातियों (राजापुरी, लंगड़ा, दशहरी, गोल्डन केसर) की प्रदर्शनी लगाई और बताया कि एक एकड़ आम की खेती से दो साल में डेढ़ लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है.
किसानों की भारी भीड़ और सांस्कृतिक रंग
नरसिंहपुर, डिंडोरी, सिवनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, और सागर जैसे जिलों से आए हजारों किसानों ने इस समागम में हिस्सा लिया. भजन मंडलियों ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी, वहीं क्विज प्रतियोगिता में सही जवाब देने वाले किसानों को पुरस्कार मिले.
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