राजस्थान में कृषि विभाग के अधिकारियों ने की फसल खराबे की जांच
4 फरवरी 2023, चित्तौडगढ़ । राजस्थान में कृषि विभाग के अधिकारियों ने की फसल खराबे की जांच – कृषि (विस्तार) जिला परिषद् चित्तौडग़ढ़ के अधिकारियों एवं वैज्ञानिको की संयुक्त टीम ने पंचायत समिति भदेसर के सोनियाणा, रेवलिया कला, दौलतपुरा, सुरपुर, पीपलवास, मुरलिया आदि गांवों का दौरा कर अफ़ीम की फसल में खराबे की जांच की। जांच में रसायनों के अधिक इस्तेमाल से अफीम की फसल में खराबे की बात सामने आई हैं। विभाग ने किसानों को अपने क्षेत्र में कार्यरत कृषि कार्मिकों से सम्पर्क कर कीटनाशक रसायनों का छिडक़ाव करने की सलाह दी।
उप निदेशक कृषि (आईपीएम) श्री ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि अफीम एक नकदी फसल होने से किसानों में भ्रांति है कि रसायनों के ज्यादा उपयोग करने से अफीम फसल में दूध की मात्रा बढ़ेगी एवं उत्पादन ज्यादा होगा इस हेतु बिना जानकारी लिए अत्यधिक कीटनाशक रसायनों एवं रसायनिक उर्वरकों का प्रयोग करते है जो हानिकारक है।
कृषि खण्ड भीलवाड़ा एवं कृषि महाविद्यालय भीलवाड़ा के पूर्व डीन डॉ. किशन जीनगर ने बताया कि कृषकों ने पौधो की बढ़वार के लिए जिब्रेलिक एसिटिक एसिड एवं नेफ्थलिन एसिटिक एसिड का बिना सलाह के उपयोग किया गया जो कि अफीम की फसल के लिए घातक सिद्ध हुआ हैं।
अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार) भीलवाड़ा कार्यालय के श्री दिलीप सिंह, सहायक निदेशक (पौध संरक्षण) ने बताया कि कृषि आदान लेते समय विक्रेता से पक्का बिल अवश्य लें ताकि फसल खराब होने की स्थिति में कृषि आदान विक्रेता पर नियमानुसार कार्यवाही की जा सके।
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