मृदा को स्वस्थ रखना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : डॉं. बिसेन
जनेकृविवि में किसान सम्मेलन
मप्र और महाराष्ट्र के 1240 किसान प्रतिनिधि शामिल |
जबलपुर। धरती माता का हमने दोहन तो खूब किया, लेकिन उसके स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रखा। यदि धरती माता स्वस्थ होंगी तो अधिक उपज के साथ उच्च गुणवत्ता वाला पौष्टिक खाद्यान्न प्राप्त होगा। इसलिये किसान भाई मिट्टी परीक्षण जरूर करवायें और आवष्यक पोषक तत्व देकर धरती माता को स्वस्थ रखें। मृदा को स्वस्थ रखना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। तदाशय के प्रेरक और प्रेरणास्पद उद्गार कुलपति डॉं. प्रदीप कुमार बिसेन ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में 3 दिवसीय किसान सम्मेलन का उद्घाटन करते हुये बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। उन्होंने कहा दुनिया में भारत ऐसा देश है जो खेती के लिये सर्वाधिक जल का इस्तेमाल करता है, परन्तु जल सीमित है। इसलिये ड्रिप-स्ंिप्रकलर से सिंचाई करें। भविष्य में जल्दी ही हम 150 करोड़ हो जायेंगे। तब खाद्यान्न उत्पादन हेतु कृषि तकनीक सबसे बड़ा सहारा होगी तब खेती के लिये कृषि इंजीनियर और कृषि डॉक्टर की जरूरत बढ़ जायेगी। समारोह की अध्यक्ष एवं संचालक विस्तार सेवाएं डॉं. (श्रीमती) ओम गुप्ता ने खेती के साथ-साथ कुक्कुट पालन, बकरी पालन एवं लाख की खेती करने का आव्हान किया ताकि किसानों की आय दुगनी हो सके।
जीआईजेड और नाबार्ड द्वारा संचालित इंडो-जर्मन सरकार की साझा परियोजना प्रो स्वाईल (हमारी मिट्टी) और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किसान सम्मेलन में जर्मन सरकार के प्रतिनिधि एवं प्रो स्वाईल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्टेफान स्मिड दिल्ली ने कहा कि भारत का लगभग आधा क्षेत्र (147 मिलियन हेक्टयर) पानी और हवा के अपरक्षण, मिट्टी की लवणता और अम्लीकरण के भूमिक्षरण से प्रभावित है। इन समम्याओं का प्रमुख कारण अपर्याप्त कृषि पद्धति या अनुचित सिंचाई है। एडवाजर डॉं. क्लाउडिया ग्रास इजिप्ट (मिस्र) ने कहा कि हमारा उद्देश्य किसानों की समस्याओं का निराकरण करना है।
आयोजन के नोडल अधिकारी डॉं. दिनकर शर्मा, डॉं. टी.आर. शर्मा एवं डॉं. अनय रावत ने बताया कि इसमें मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के 7 विभिन्न जिलों से 15000 किसानों के 124 प्रतिनिधिगण शामिल हुये हैं। इस दौरान रजिस्ट्रार श्री अशोक कुमार इंगले, संचालक प्रक्षेत्र डॉं. दीप पहलवान, संचालक षिक्षण डॉं. अभिषेक शुक्ला, संयुक्त संचालक डॉं. दिनकर शर्मा, अधिष्ठाता डॉं. आर.एम. साहू, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉं. अमित शर्मा आदि मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन संदीप जाधव एवं आभार प्रदर्शन अविनाश आलोक ने किया।