चने को वायदा कारोबार से बाहर रखें
दाल मिल का प्रतिनिधिमंडल वाणिज्य मंत्री से मिला |
इंदौर। ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल ने गत दिनों वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल से लोकसभा भवन, नई दिल्ली में मुलाकात की और अपनी मांगों से अवगत कराया। एसोसिएशन के सचिव श्री दिनेश अग्रवाल ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि प्रतिनिधि मण्डल ने पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री कृष्णमुरारी मोघे के नेतृत्व में मंत्रीजी से अनुरोध किया कि पूर्व की तरह 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक दलहन- तुअर, उड़द, मूंग व मटर के आयात के लायसेंस पुन: दाल मिलों को दिए जाएं। पिछले 3 वर्ष से किसानों को तुअर, मसूर व चना में समर्थन मूल्य से कम कीमत मिल रही है, अत: नेफेड सहित अन्य सरकारी संस्थाओं पर समर्थन मूल्य से कम में कृषि उपज के विक्रय पर रोक लगाई जाए, ताकि किसानों को अधिक नुकसान न हो। बिजली, खाद, बीज, मजदूरी महंगी होने से किसान के खर्चों में हुई वृद्धि के कारण तुअर, उड़द, मसूर व चना के समर्थन मूल्य में वृद्धि की जाए। साथ ही किसानों और व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए चना को वायदा कारोबार, एनसीडीएक्स और ऑनलाइन व्यापार से बाहर रखा जाए, क्योंकि इसमें तेजी -मंदी से व्यापारियों को बहुत परेशानी होती है। वाणिज्य मंत्री ने संगठन की सभी बातों का अतिशीघ्र निराकरण करने के प्रयास करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मण्डल में अध्यक्ष श्री सुरेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री अनिल सुरेका (अकोला), श्री रूपेष राठी (अकोला), श्री श्यामबाबू अग्रवाल, श्री रजत सारड़ा, श्री मुकेश बंसल आदि शामिल थे।