State News (राज्य कृषि समाचार)

जनेकृविवि को आईसीएआर द्वारा चौधरी देवीलाल आउटस्टैंडिंग अवार्ड 2021 से नवाजा गया

Share

20 अगस्त 2022, जबलपुर । जनेकृविवि को आईसीएआर द्वारा चौधरी देवीलाल आउटस्टैंडिंग अवार्ड 2021 से नवाजा गया  – भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा नेशनल अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस फॉर एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट “चौधरी देवीलाल आउटस्टैंडिंग ऑल इंडिया कोऑर्डिनेटर रिसर्च प्रोजेक्ट अवार्ड 2021” बेस्ट सेंटर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर को प्रदान किया गया है। देश के केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा आईसीआर की स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर यह अवार्ड प्रदान किया गया।

अति उत्कृष्ट उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रदीप कुमार बिसेन ने राष्ट्रीय बीज परियोजना के अंतर्गत कार्य करने वाले समस्त कृषि वैज्ञानिकों की प्रशंसा करते हुए बधाई दी और कहा कि विश्वविद्यालय के लिये यह गौरवशाली पल है। आपने राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय बीज परियोजना की एक विशेष पहचान है, लगभग 3 दशकों से प्रजनक बीज की उपलब्धता के क्षेत्र में एवं विभिन्न फसलों के मेंटेनेंस, गुणवत्ता एवं रखरखाव हेतु कृषि वैज्ञानिकों द्वारा देश के कृषकों की सेवा में सतत् कार्य किया जा रहा है। परियोजना द्वारा सोयाबीन, गेहूं, धान, चना एवं अन्य महत्वपूर्ण फसलों हेतु विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्रों में बड़े स्तर पर प्रजनक बीज का उत्पादन कार्य किया जाता है एवं कृषकों को उपलब्ध कराने हेतु सुनिश्चित करते हैं। तीन दशकों से लगातार गुणवत्ता युक्त बीज तैयार कर उपलब्धता बनाए रखने एवं शोध कार्यों को देखते हुए. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा देश का बीज के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया।

विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. जी के कौतू ने बताया कि बीज परियोजना के अंतर्गत 100 से ज्यादा विभिन्न फसलों की किस्मों का प्रतिवर्ष बीज उत्पादन कार्य कर, बीज उत्पादक संस्थाओं एवं कृषकों को प्रदान करने हेतु प्राथमिकता के साथ गुणवत्ता युक्त बीज प्रदान किया जाता है। संचालक प्रक्षेत्र डॉ. दीप पहलवान ने बताया कि सम्मान मिलने से बीज उत्पादन कार्य में लगे कृषि वैज्ञानिकों को नई ऊर्जा का संचार हुआ है और आगामी समय में विभिन्न फसलों के गुणवत्ता युक्त बीज उत्पादन कार्य को गति मिलेगी। बीज उत्पादन एवं अनुसंधान के क्षेत्र में डॉ आर एस शुक्ला विभागाध्यक्ष पौध प्रजनक एवं आनुवांशिकी विभाग, डॉ. संजय सिंह वैज्ञानिक द्वारा पूर्ण समर्पण के साथ कार्य किया जा रहा है।

इसके अलावा बीज के रखरखाव, गुणवत्ता की जांच करने कार्य पिछले 20 वर्षों से बीज प्रौद्योगिकी केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा लगातार किया किया जा रहा है। विश्वविद्यालय की ख्याति को राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचाई प्रदान करने एवं बरकरार रखने का महत्वपूर्ण दायित्व निभाने वाले वैज्ञानिक डॉ. शिव रामाकृष्णन एवं डॉ. आशीष गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, संचालक, अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, वैज्ञानिकों ने बीज शोध कार्य कर रहे वैज्ञानिकों को बधाई दी है ।

महत्वपूर्ण खबर: 14 साल से कई पद रिक्त, छात्र भोग रहे विषयों के वनवास का दंड

Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *