राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान में IPM कार्यक्रम का शुभारंभ: किसानों को दिया गया कीट और रोग नियंत्रण का प्रशिक्षण

01 अगस्त 2025, भोपाल: राजस्थान में IPM कार्यक्रम का शुभारंभ: किसानों को दिया गया कीट और रोग नियंत्रण का प्रशिक्षण – राजस्थान के हरदयालपुरा में एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को जैविक खेती और कीट प्रबंधन के आधुनिक व सुरक्षित तरीकों की जानकारी देना था।

वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने दी तकनीकी जानकारी

प्रशिक्षण शिविर में कृषि विज्ञान केंद्र, बांसवाड़ा के कीट वैज्ञानिक डॉ. एस.के. चौहान, कृषि पर्यवेक्षक  मदनलाल, कृषि पर्यवेक्षक राजवीर, बीज मित्र भैरूलाल, किसान मित्र कालूभाई और आदिवासी क्षेत्रीय विकास योजना के बीज मित्र ललित ने किसानों को आवश्यक जानकारी दी।

Advertisement
Advertisement

जैविक कीट नियंत्रण के उपायों पर जोर

डॉ. चौहान ने किसानों को जैविक कीटनाशकों के उपयोग, नीम आधारित कीटनाशकों की भूमिका और खेत में कीटों की पहचान एवं उनके जैविक नियंत्रण के तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फसलों में लगने वाले प्रमुख कीटों और बीमारियों की पहचान कर समय पर जैविक उपायों से नियंत्रण किया जा सकता है।

खेत में जाकर दी गई व्यावहारिक जानकारी

कार्यक्रम के दौरान किसानों को खेत में ले जाकर वास्तविक कीटों और फसलों में रोगों की पहचान कराई गई और उनसे निपटने के उपाय समझाए गए। किसानों को ट्राईकोडर्मा, बायोपेस्टीसाइड्स, फेरोमोन ट्रैप्स और अन्य जैविक उत्पादों की जानकारी दी गई।

Advertisement8
Advertisement

कीट पहचान ऐप और हेल्पलाइन का किया गया परिचय

किसानों को IPM किसान एप, पेस्ट मैनजमेंट एप और ई-कृषि सहाय जैसी डिजिटल सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही कीट या रोग की समस्या होने पर कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क करने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी साझा किए गए। इस प्रशिक्षण में स्थानीय किसानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और जैविक खेती के प्रति अपनी रुचि दिखाई। प्रशिक्षण के अंत में किसानों ने वैज्ञानिकों से सवाल-जवाब कर अपनी शंकाओं का समाधान भी प्राप्त किया।

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.global-agriculture.com

Advertisements
Advertisement5
Advertisement