राजस्थान में समन्वित कृषि से बढ़ायें आमदनी : डॉ. यादव
28 जनवरी 2023, भीलवाडा । राजस्थान में समन्वित कृषि से बढ़ायें आमदनी : डॉ. यादव – कृषि विज्ञान केन्द्र शाहपुरा पर कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण समन्वित कृषि प्रणाली विषय पर आयोजित किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी.एम. यादव ने बताया कि समन्वित कृषि प्रणाली खेती की आधुनिक तकनीक है जिसमें खेती के साथ-साथ बागवानी, पशुपालन, कुक्कुट पालन, मछली पालन, बकरी पालन आदि को शामिल किया जाता है। डॉ. यादव ने समन्वित कृषि प्रणाली को अधिक आमदनी प्राप्त करने के लिए एक बेहतर विकल्प बताया साथ ही समन्वित प्रणाली के प्रमुख घटकों की जानकारी एवं जलवायु अनकूल कृषि कार्य करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। डॉ. यादव ने बताया कि समन्वित कृषि प्रणाली के माध्यम से रोजगार मुहैया करवाकर किसानों एवं मजदूरों का गाँव से शहरों की तरफ होने वाले पलायन को रोका जा सकता है।
फार्म मैनेजर श्री गोपाल लाल टेपन ने समन्वित कृषि प्रणाली के महत्त्व पर चर्चा करते हुए बेमौसम सब्जी उत्पादन, फल उत्पादन, भण्ड़ारण एवं विपणन की तकनीकी जानकारी के साथ कृषि में समय एवं श्रम बचाने के लिए नवीनतम कृषि यंत्रों की उपलब्धता के साथ ही प्रयोग की जानकारी दी।
सेवानिवृत्त सहायक कृषि अधिकारी श्री सुरेश पोरवाल ने बगीचे का रेखांकन, मुदा और उर्वरता, बडिंग एवं ग्राफ्टिंग, पौधों की रोपाई का समय, फलों की तुड़ाई एवं रख-रखाव, ग्रेडिंग एवं पैकिंग की तकनीकी जानकारी देते हुए पॉली हाऊस, लो टनल ग्रीन हाऊस, शेड नेट हाऊस एवं प्लास्टिक मल्चिंग की उपयोगिता बताई।लिपिक ग्रेड प्रथम, श्री महेश चन्द्र सुवालका ने बताया कि प्रशिक्षण के अन्त में प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रशिक्षणार्थी को पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रशिक्षण में 30 कृषकों की सहभागिता रही।
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