उत्तर प्रदेश में कृषि विकास को 5 वर्षों में 3 गुना बढ़ाएं : योगी आदित्यनाथ
29 जून 2022, लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कृषि विकास को 5 वर्षों में 3 गुना बढ़ाएं : योगी आदित्यनाथ – मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कृषि में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है। यहां विश्व की सबसे उर्वर भूमि, पर्याप्त जल संसाधन उपलब्ध है। प्रदेश में 09 क्लाइमेटिक जोन, 89 कृषि विज्ञान केन्द्र, 05 कृषि विश्वविद्यालय हैं। कृषि वैज्ञानिकों, उद्यमियों तथा प्रगतिशील किसानों के सम्मिलित प्रयास से अगले 05 वर्ष में प्रदेश की कृषि सम्भावनाओं को 03 गुना बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री रोड मैप फॉर एग्रीकल्चर एंड एलाइड सेक्टर्स इन उत्तर प्रदेश विषय पर आयोजित संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश की कुल कृषि योग्य भूमि का 11 से 12 प्रतिशत है, जबकि राज्य में देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत खाद्यान्न का उत्पादन होता है। यह तथ्य प्रदेश की कृषि क्षेत्र की सम्भावनाओं को व्यक्त करता है।
रोड मैप फॉर एग्रीकल्चर एंड एलाइड सेक्टर्स इन उत्तर प्रदेश विषय पर संगोष्ठी के आयोजन को सकारात्मक पहल बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक के विकेन्द्रीकरण का प्रयास किया जाना चाहिए। कृषि विश्वविद्यालय आधुनिक कृषि अनुसंधान के केन्द्र बनें तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों को इनसे जोड़ा जाए। संगोष्ठी के निष्कर्षों को प्रदेश के 09 क्लाइमेटिक जोन्स में पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से लागू किया जाना चाहिए। प्रदेश सरकार ने राज्य में एफ.पी.ओ. गठन की प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक स्वायल हेल्थ कार्ड वितरित करने वाला राज्य है।
श्री योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि के माध्यम से लाभान्वित होने वाले किसानों में प्रदेश के किसान सर्वाधिक संख्या में सम्मिलित हैं। विगत 05 वर्षों में राज्य में लगभग 22 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त कृषि सिंचन क्षमता सृजित की गयी है। विगत 05 वर्षों में 20 नये कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्थापना के साथ ही, सभी 89 कृषि विज्ञान केन्द्रों में सुधार किया गया है।
संगोष्ठी को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) के पूर्व महानिदेशक डॉ. पंजाब सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान आई.सी.ए.आर. के डायरेक्टर प्रो. ए.के. सिंह ने उ.प्र. में कृषि उत्थान के नये आयाम विषय पर एक प्रस्तुतिकरण भी दिया। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने आई.सी.ए.आर. के पूर्व महानिदेशक डॉ. पंजाब सिंह, आई.सी.ए.आर. के डायरेक्टर प्रो. ए.के. सिंह एवं अन्य कृषि वैज्ञानिकों को ओ.डी.ओ.पी. योजना का उत्पाद प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, गन्ना विकास एवं चीनी मिलें मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, मत्स्य मंत्री श्री संजय निषाद, उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयेन्द्र प्रताप सिंह राठौर, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक, उद्यमी एवं प्रगतिशील किसान उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी संगोष्ठी में वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।