खंडवा जिले में रबी में किसानों का मक्का फसल की ओर रुझान बढ़ा
21 जनवरी 2025, खंडवा: खंडवा जिले में रबी में किसानों का मक्का फसल की ओर रुझान बढ़ा – जिले में रबी वर्ष 2024-25 में किसानों के द्वारा मक्का फसल की खेती किये जाने हेतु बढ़ -चढ़ कर रूचि ली जा रही है। रूचि क्यों न ली जाये इसका प्रमुख कारण मक्का फसल की पैदावार गेहूं की फसल से दुगुना उत्पादन देती है गेहूं की कीमत प्रति क्विंटल 2425 रूपये है, जबकि मक्का की कीमत प्रति क्विंटल 2240 रूपये है। कीमत में अधिक अंतर न होना भी मक्का फसल की खेती की ओर किसानों का रुझान बढ़ना प्रमुख कारण है।
उप संचालक कृषि श्री के.सी. वास्केल ने बताया कि मंडी में मक्का फसल की आवक पिछले वर्ष 390986 क्विंटल रही जबकि वर्ष 2024-25 में 828605 क्विंटल की आवक रही। जिसमें किसानों को अच्छा मुनाफा मिला है। उन्होंने बताया कि जिले में वर्ष 2023-24 में मक्का फसल का रकबा 2 हजार हेक्ट. था जो कि बढ़कर वर्ष 2024-25 में लगभग रकबा 7 हजार हेक्ट. में बुआई की गई है। जिले के कृषकों द्वारा रबी मौसम में गेहूं एवं चना फसल के स्थान पर मक्का फसल की ओर रुझान बढ़ रहा है , क्योंकि गेहूं एवं चना फसल में कृषकों को अधिक लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है।
श्री वास्केल ने बताया कि खरीफ मौसम में किसान मक्का फसल का उत्पादन लगभग 30-35 क्विंटल/हेक्टर. प्राप्त करते है जबकि रबी मौसम में लगभग औसत उत्पादन 60-70 क्विंटल/हेक्टर. प्राप्त करते हैं । जिसके कारण निरंतर गेहूं एवं चना फसल के स्थान पर मक्का फसल का रकबा बढ़ते जा रहा है। मक्का से कई तरह के उत्पाद बनते हैं, जैसे कॉर्नमील, कॉर्न सिरप, खाना पकाने का तेल, स्टार्च, ग्लूकोज़, पॉपकार्न, कॉर्नफ़्लेक्स, लाइया, कार्ड आइल, बायोफ़्यूल, बायोडीजल, मछली दाना, मुर्गी दाना, पशुआहार आदि उत्पाद बनने के कारण भी औद्योगिक क्षेत्र में मांग बड़ी है। उन्होंने बताया कि मक्का फसल को बाजार में विक्रय करने के लिए भी किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती है। मक्का के खरीदार जिले के साथ-साथ अन्य जिले के व्यापारी भी क्रय-विक्रय का कार्य करते है।
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