बकरियों के बच्चों को सर्दी में निमोनिया से कैसे बचाएं? यहां जानें आसान उपाय
03 दिसंबर 2025, भोपाल: बकरियों के बच्चों को सर्दी में निमोनिया से कैसे बचाएं? यहां जानें आसान उपाय – सर्दियों में भेड़-बकरी पालन करने वाले किसानों के लिए सबसे बड़ा डर होता है छोटे बच्चों की सुरक्षा। दिसंबर और जनवरी में ठंड और निमोनिया जैसी जानलेवा बीमारी के कारण बच्चों की मृत्यु दर बढ़ जाती है। इससे न केवल मीट उत्पादन प्रभावित होता है, बल्कि आर्थिक नुकसान भी होता है। इसी समस्या के समाधान के लिए केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (CIRG), मथुरा ने सोलर ड्रायर विंटर प्रोटेक्शन सिस्टम तैयार किया है, जो बच्चों को ठंड और रोग से बचाने के साथ-साथ सूखे चारे की उपलब्धता भी सुनिश्चित करता है।
सोलर ड्रायर विंटर प्रोटेक्शन सिस्टम: ठंड और रोग से सुरक्षा
केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (CIRG), मथुरा ने इस समस्या के समाधान के लिए सोलर ड्रायर विंटर प्रोटेक्शन सिस्टम विकसित किया है।
शेड की जाली के पीछे प्लास्टिक शीट और कुशन पैनल लगाए जाते हैं, जिससे बाहर की ठंडी हवा अंदर नहीं आती। शेड में अतिरिक्त लाइट और एग्जॉस्ट फैन के जरिए गर्म और साफ वातावरण बनाए रखा जाता है। बिजली की सप्लाई सोलर पैनल से सुनिश्चित की जाती है, जिससे यह पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल है। इस व्यवस्था से छोटे बच्चों को सर्दी और निमोनिया दोनों से बचाया जा सकता है।
सूखे चारे की उपलब्धता भी सुनिश्चित
डॉ. बी. राय, सीनियर साइंटिस्ट, CIRG के अनुसार, यह शेड सूखे चारे की समस्या भी हल करता है। बारिश के दिनों में हरे चारे में नमी ज्यादा होती है, जिसे सुखाना मुश्किल होता है। सोलर ड्रायर का उपयोग करके हरा चारा आसानी से सुखाया जा सकता है। सर्दियों में बकरियों को सूखा चारा खिलाने के साथ बच्चों के लिए जमीन पर सुखी घास बिछाई जा सकती है।
किसानों के लिए फायदे
विशेषज्ञों का कहना है कि बकरियों के बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान देना ही मीट उत्पादन और आर्थिक लाभ बढ़ाने की कुंजी है। इस शेड की मदद से: बच्चों की मृत्यु दर कम होगी, मीट उत्पादन बढ़ेगा, आर्थिक मुनाफा सुनिश्चित होगा। CIRG का यह समाधान किसानों के लिए आसान, सुरक्षित और टिकाऊ है, जो सर्दियों में बकरियों और उनके बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
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