सिंगरौली में गौशाला-आधारित पुनर्योजी कृषि प्रशिक्षण संपन्न
23 मई 2024, सिंगरौली: सिंगरौली में गौशाला-आधारित पुनर्योजी कृषि प्रशिक्षण संपन्न – ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत सिंगरौली जिले में गत दिनों जिले कें 10 गौशालाओं बगैया, खिरवा, बरका, गन्नई, मझिगवां-2, मलगो, कुम्हिया, सुहिरा, कोयलखूंथ, बिरकुनिया में गौशाला आधारित पुनर्योजी कृषि और गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
ग्रामीण आजीविका मिशन के डीपीएम मंगलेश्वर सिंह ने बताया कि बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आजीविका मिशन के तत्वावधान में, एग्री-चिकित्सा केंद्र बिरकुनिया द्वारा, जिला परियोजना प्रबंधक के सहयोग से आयोजित किया गया था।प्रत्येक गौशाला में 2 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें कुल 179 महिलाओं ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के प्रथम दिवस मृदा परीक्षण, मृदा नमूनाकरण ,गोबर गैस स्लरी खाद जीवामृत, घनजीवामृत,केंचुआ खाद,नीमास्त्र,मल्चिंग,फसलों में कीट और बीमारियों की रोकथाम,नेपियर चारा का प्रशिक्षण दिया गया।
वहीं द्वितीय दिवस आधुनिक कृषि तकनीक ,विभिन्न प्रकार के कृषि तकनीकों का उपयोग,ड्रोन का प्रारंभिक स्तर पर प्रशिक्षण बगैया चितरंगी गौशाला से शुरू हुआ और 21 मई को मझिगवां-2 गौशाला देवसर में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य, गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाना,महिलाओं को आजीविका के नए अवसर प्रदान करना तथा गौशाला आधारित पुनर्जीवी कृषि को बढ़ावा देना है। साथ ही मिट्टी की उर्वरता और उत्पादकता में वृद्धि करना ,टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाना है।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से महिलाओं को गौशाला आधारित पुनर्योजी कृषि के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है तथा उन्होंने सीखा कि कैसे वे गौशाला से प्राप्त गोबर, मूत्र और अन्य अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग करके खाद बना सकती हैं और इसका उपयोग करके अपनी फसलों का उत्पादन बढ़ा सकती हैं।इसके अलावा आधुनिक कृषि तकनीकों और ड्रोन के उपयोग के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।