राजस्थान की मंडियों में एफपीओ को मिलेगा स्थायी प्लेटफॉर्म, कृषि विपणन विभाग ने दिए निर्देश
13 जुलाई 2025, जयपुर: राजस्थान की मंडियों में एफपीओ को मिलेगा स्थायी प्लेटफॉर्म, कृषि विपणन विभाग ने दिए निर्देश – किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने और कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ), सहकारी समितियों व स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने के लिए राजस्थान सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब राज्य की सभी मंडियों में इन्हें अपनी फसल बेचने के लिए एक निश्चित और स्थायी स्थान मिलेगा।
मंडियों में चिन्हित होंगे प्लेटफॉर्म
कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के शासन सचिव श्री राजन विशाल के निर्देश पर कृषि विपणन विभाग ने सभी मंडी सचिवों को आदेश जारी किए हैं कि वे अपने-अपने मंडी यार्ड में एफपीओ, किसान समूह, सहकारी समितियों और स्वयं सहायता समूहों के लिए प्लेटफॉर्म चिन्हित करें। इससे इन संगठनों को मंडी परिसर में अपने कृषि उत्पाद बेचने के लिए जगह सुनिश्चित हो सकेगी और छोटे किसानों को बाजार में सीधी पहुंच मिलेगी।
एफपीओ से छोटे किसानों को कैसे होगा लाभ?
एफपीओ (Farmer Producer Organisation) किसान समूहों द्वारा बनाए गए संगठन होते हैं, जिनका मकसद छोटे किसानों को एक मंच पर लाकर उन्हें बेहतर बाजार, संसाधन और जानकारी उपलब्ध कराना है। एफपीओ किसानों को फसल बेचने में सहयोग करते हैं। खाद-बीज, सिंचाई उपकरण जैसी चीजें सस्ती दिलवाते हैं। साथ ही किसानों की आय और उत्पादकता दोनों बढ़ाने में मदद करते हैं।
सरकार का इस पहले के जरिए चाहती है कि मंडियों में बिचौलियों की भूमिका कम हो और किसान अपने उत्पाद सीधे, पारदर्शी तरीके से बेच सकें। एफपीओ को जगह मिलने से छोटे किसान संगठित होकर अपनी उपज अच्छे दामों में बेच सकेंगे। इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और खेती ज्यादा फायदे का सौदा बनेगी।
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