राज्य कृषि समाचार (State News)

पांढुर्ना मंडी में सुविधाओं को तरसते किसान

25 अक्टूबर 2024, (उमेश खोड़े, पांढुर्ना): पांढुर्ना मंडी में सुविधाओं को तरसते किसान – पांढुर्ना को जिला मुख्यालय बने लम्बा अर्सा हो गया ,लेकिन यहां की कृषि उपज मंडी में किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं अभी तक नहीं जुट पाई है। किसानों को अपनी उपज रखने के लिए शेड भी कम हैं । गत दिनों हुई बारिश में किसानों की खुले प्रांगण में रखी मक्का और मूंगफली की उपज भीग गई। यहां  किसानों के लिए भोजन कक्ष भी नहीं है। पेयजल की व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं है। मंडी के सूचना पटल पर विभिन्न उपज के भाव भी नियमित नहीं लिखे जाते हैं। प्रभारी मंडी सचिव भी छिंदवाड़ा से सप्ताह में एक दो बार आते हैं। इस कारण भी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।

गत दिनों बैतूल जिले की मुलताई तहसील से अपनी उपज बेचने पांढुर्ना मंडी आए किसानों को मंडी परिसर में कलेक्टर कार्यालय के प्रवेश द्वार के पास नीचे ज़मीन पर बैठकर भोजन करते देखा। पूछने पर किसानों ने बताया कि यहां किसानों के लिए  भोजन कक्ष नहीं है , इसलिए मजबूरन यहां बैठकर भोजन करना पड़ रहा है। पेयजल की व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं है। खुले में दो टोंटियां लगाकर पेयजल की पर्ची चिपका दी गई है। नीचे गंदगी पसरी है। गत दिनों हुई बारिश में किसानों की खुले प्रांगण में रखी मक्का और मूंगफली की उपज भीग गई थी , जबकि व्यापारियों द्वारा खरीदी गई मक्का शेड में सुरक्षित रही ।

पांढुर्ना मंडी  के सूचना पटल पर मंडी भाव रोज़ाना नहीं लिखे जाने पर कृषक जगत ने जब इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया तो सहायक निरीक्षक श्री चंद्रशेखर चरपे ने बताया कि स्टाफ की कमी है। गलती से लिखना छूट गया। किसानों को भाव के बारे में बताते हैं। आगे से ध्यान रखेंगे। बता दें कि यहां की मंडी में  मूंगफली की आवक ज़्यादा होती है।  मंगलवार को 772  बोरी मूंगफली, 785  क्विंटल मक्का और 2 बोरा सोयाबीन की आवक हुई थी। मूंगफली का उच्चतम भाव 9040 ,न्यूनतम 8160  और मॉडल भाव 5470 रु /क्विंटल रहा। जबकि  बुधवार को मूंगफली बेचने आए ग्राम इटावा के श्री बलदेव इरपाची को 8240 , ग्राम बनगांव के श्री बाबूराव आहाके को 6900 और श्री किशोर आहाके को 7800 और ग्राम पीपलपानी के श्री हरिचंद बड़नगरे को 8600 रु / क्विंटल का भाव मिला। किसानों  से तुलाई में 35 किलो की बोरी भरती में 200 ग्राम मूंगफली अधिक  तौल कर   लूटा जा रहा है जिस पर किसानों ने असहमति जताई। पांढुर्ना मंडी के प्रभारी सचिव श्री राजाराम उइके छिंदवाड़ा से सप्ताह में एक दो दिन आते हैं। इस कारण किसानों की समस्याओं पर अधिक ध्यान नहीं दे पाते हैं। बुधवार को पांढुर्ना आए प्रभारी सचिव श्री उइके को कृषक जगत ने मंडी में किसानों की समस्याओं के बारे में अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि किसानों से समस्याओं का आवेदन दिलवा दें। उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। स्मरण रहे कि ‘ पांढुर्ना मंडी में अव्यवस्थाओं का आलम ‘ शीर्षक से कृषक जगत के 27 नवंबर 2023  के अंक में भी समाचार प्रकाशित किया गया था।

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