इंदौर संभाग के किसानों में सोयाबीन भावांतर योजना के प्रति उत्साह
संभाग में अब तक 44242 किसानों ने कराया पंजीयन
10 अक्टूबर 2025, इंदौर: इंदौर संभाग के किसानों में सोयाबीन भावांतर योजना के प्रति उत्साह – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर लागू की गई किसान हितैषी भावांतर योजना के प्रति किसानों में विशेष उत्साह है। इंदौर संभाग में प्राइस डेफिसिट पेमेंट स्कीम (भावांतर योजना) अंतर्गत खरीफ वर्ष 2025 (विपणन वर्ष 2025-26) अंतर्गत इंदौर संभाग में ई-उपार्जन पोर्टल पर सोयाबीन के पंजीयन का कार्य तेजी से जारी है। निर्धारित पंजीयन केंद्रों पर किसानों द्वारा उत्साह के साथ भावांतर योजना अंतर्गत पंजीयन कराया जा रहा है। इंदौर संभाग में 08 अक्टूबर तक 44242 किसानों ने अपनी फसल का पंजीयन कराया गया है। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर प्रशासनिक अमले को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इंदौर जिले में कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने जिला स्तर पर गठित जिला समिति तथा अनुभाग स्तर पर अनुविभागीय राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में गठित समितियों को विशेष निर्देश दिए हैं कि किसी भी किसान को पंजीयन में किसी प्रकार की परेशानी न हो। पंजीयन केंद्रों पर पर्याप्त बैठने की व्यवस्था, छाया और पेयजल की सुविधा सुनिश्चित की गई है। व्यवस्थित प्रबंधन के चलते सभी केंद्रों पर पंजीयन सुचारू रूप से हो रहा है। इंदौर जिले में 48 पंजीयन केंद्र बनाये गये हैं। इंदौर जिले में अब तक 28344 किसानों ने भावांतर योजना के अंतर्गत अपना पंजीयन कराया है। कलेक्टर द्वारा पंजीयन केन्द्रों की सतत मॉनिटरिंग हेतु एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है।
इसी प्रकार इंदौर संभाग के बड़वानी जिले में भावांतर योजना के तहत पंजीयन के लिये 47 केन्द्र बनाये गये हैं। इन केन्द्रों पर अभी तक 3853 किसानों ने पंजीयन कराया हैं। इसी तरह खरगोन जिले में 5155, खण्डवा जिले में 3659, झाबुआ जिले में 1508, बुरहानपुर जिले में 699, धार जिले में 650 और आलीराजपुर जिले में 374 किसानों ने भावांतर योजना के तहत पंजीयन कराया है। किसान निकटतम खरीदी-पंजीयन केंद्र पर जाकर भावांतर योजना में सोयाबीन का पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है।
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