गेहूँ खरीदी को लेकर मंडी में किसानों का धरना स्थगित
04 अप्रैल 2023, इंदौर: गेहूँ खरीदी को लेकर मंडी में किसानों का धरना स्थगित – समर्थन मूल्य से नीचे गेहूँ नहीं खरीदने की मांग को लेकर आज लक्ष्मी बाई नगर अनाज मंडी में किसानों ने सुबह से धरना दिया । किसानों और अधिकारियों के बीच दिन भर गतिरोध बना रहा । किसान मंडी में समर्थन मूल्य से नीचे गेहूँ नहीं खरीदने की मांग पर अड़े हुए थे , तो दूसरी तरफ अधिकारी मंडी में खुली नीलामी में व्यापारियों को बाध्य नहीं करने की दुहाई दे रहे थे । अंततः मध्य मार्ग निकालते हुए यह तय किया गया कि यदि व्यापारी द्वारा गेहूँ का दाम समर्थन मूल्य से कम बताया जाता है और किसान उससे सहमत है तो खरीदी होगी , अन्यथा किसान अपना गेहूँ अन्यत्र बेचने या घर ले जाने को स्वतंत्र रहेगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने गत दिनों मंडियों में उपार्जन अवधि में समर्थन मूल्य से नीचे गेहूँ की बोली नहीं लगाने संबंधी निर्देश जारी किए हैं , उसके बाद से गेहूँ के दामों को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। उक्त आदेश के तहत किसान मंडी में समर्थन मूल्य से नीचे गेहूँ की बोली नहीं लगाने की मांग कर रहे थे । इसे लेकर आज मंगलवार को किसानों द्वारा लक्ष्मी बाई नगर अनाज मंडी में सुबह से धरना दिया गया । किसानों और अधिकारियों के बीच दिन भर गतिरोध बना रहा । एसडीएम श्री मनीष सिकरवार और मंडी सचिव श्री नरेश परमार ने आखिर अनाज व्यापारी एसोसिएशन के सदस्यों से चर्चा कर बीच का रास्ता निकाल कर किसानों का धरना स्थगित करवाया। 4 बजे से मंडी में नीलामी कार्य शुरू हो गया। इस दौरान श्री आनंद गर्ग, पप्पू गर्ग सहित अन्य व्यापारी मौजूद थे।
संयुक्त किसान मोर्चा के श्री बबलू जाधव ने कृषक जगत को बताया कि हमारी एक ही मांग थी कि सरकार के उक्त आदेश का पालन हो और मंडी में व्यापारियों को समर्थन मूल्य 2125 रु क्विंटल से नीचे गेहूँ न खरीदने दिया जाए। इसीको लेकर धरना दिया गया । व्यापारी और अधिकारी कोई भी इस बात को लिखकर देने के लिए तैयार नहीं थे कि हम समर्थन मूल्य से नीचे गेहूँ नहीं खरीदने देंगे । इसी बात को लेकर मामला उलझा रहा। दिन भर धरने के बाद आखिर बीच का समाधान निकला और धरना स्थगित कर दिया । 4 बजे से नीलामी कार्य शुरू हो गया।
इस संबंध में मंडी सचिव श्री नरेश परमार ने कृषक जगत को बताया कि सोसायटियों में गेहूँ समर्थन मूल्य 2125 रु /क्विंटल की दर पर ही खरीदा जा रहा है। जबकि खुली नीलामी में मंडी में गेहूँ गुणवत्ता के अनुसार 2200 से 2900 रु क्विंटल तक भी बिक रहा है। व्यापारियों को समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। खुली नीलामी में व्यापारी उपज की गुणवत्ता देखकर उसका भाव लगाता है। गेहूँ के कटे दाने , भूसा, मिट्टी और चमक को भी देखा जाता है। नीलामी में अनुबंध के तहत बेचवाल किसान और लेवाल व्यापारी की सहमति से ही खरीदी – बिक्री होती है।
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