राज्य कृषि समाचार (State News)एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

क्या आप भी इन दो यंत्रों पर अनुदान का लाभ लेना चाहते है, तो जानिए पूरी प्रक्रिया

03 मार्च 2025, भोपाल: क्या आप भी इन दो यंत्रों पर अनुदान का लाभ लेना चाहते है, तो जानिए पूरी प्रक्रिया – मध्यप्रदेश में किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है और इन्हीं में से एक योजना है ट्रैक्टर चलित बैहो और बैकहो लोडर पर मिलने वाला अनुदान की योजना।

दरअसल  मध्यप्रदेश में कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा भूमि खुदाई करने वाले और खेती किसानी के अन्य काम करने वाले ट्रैक्टर चलित बैकहो और बैकहो लोडर पर अनुदान दिया जा रहा है। एमपी के एसटी एवं एससी वर्ग के किसानों को सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइज़ेशन (SMAM) अंडर आर.के.वी.वाय कैफेटेरिया के अंतर्गत बैकहो (35 एचपी ट्रैक्टर चलित) पर अधिकतम 50 प्रतिशत यानी 1 लाख 35 हजार रुपए का अनुदान दिया जायेगा।

वही जनरल, ओबीसी एवं अन्य वर्ग के किसानों को सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइज़ेशन (SMAM) अंडर आर.के.वी.वाय कैफेटेरिया के अंतर्गत बैकहो (35 एचपी ट्रेक्टर चलित) पर अधिकतम 40 प्रतिशत यानी 1 लाख 8 हजार रुपए का अनुदान दिया जायेगा।  एसटी एवं एससी वर्ग के किसानों को सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइज़ेशन अंडर आर.के.वी.वाय कैफेटेरिया के अंतर्गत बैकहो लोडर (35 एचपी ट्रैक्टर चलित) पर अधिकतम 50% यानी 3 लाख 50 हजार रुपए की सब्सिडी दी जायेगी।

वही जनरल, ओबीसी एवं अन्य वर्ग के किसानों को सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइज़ेशन (SMAM) अंडर आर.के.वी.वाय कैफेटेरिया के अंतर्गत बैकहो लोडर (35 एचपी ट्रेक्टर चलित) पर अधिकतम 40% यानी 2 लाख 80 हजार रुपए की सब्सिडी दी जायेगी। बैकहो एवं बैकहो लोडर का इस्तेमाल पेड़ों को खोदने और नए इलाकों में लगाने में, रूट बॉल को बरकरार रखने में, बोल्डर, चट्टानें, और बजरी को हिलाने में और जमीन को हिलाने और ऊपरी मिट्टी को सही जगह पर दबाने में होता है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements