कृषि विभाग की किसानों को समसामयिक सलाह
06 फ़रवरी 2025, खरगोन: कृषि विभाग की किसानों को समसामयिक सलाह – आने वाले 5 दिवस में मौसम में बदलाव की संभावनना को देखते हुए कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों को समसामयिक सलाह दी गई है।
उप संचालक कृषि श्री मेहताब सिंह सोलंकी ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण चने में इल्ली का प्रकोप बढ़ने की संभावना है। इससे बचने के लिए किसानों को सलाह दी गई है कि चने में समन्वित कीट प्रबंधन के लिए नीम तेल 75 एमए. प्रति पम्प, 4 फेरोमेन ट्रेप प्रति एकड़, 20 से 25 टी आकार की खुटी प्रति एकड़ में लगाये। चने में फूल आने की स्थिति में सिंचाई नहीं करे। चने में शाखा निकलने की अवस्था में सिंचाई की व्यवस्था करे।
गेहूं की फसल उगाने वाले किसानों को सलाह दी गई है कि गेहूं फसल में तीसरी सिंचाई 50 से 55 दिन पर अवश्य करे। चौथी सिंचाई फूल वाली अवस्था 65 से 70 दिनों में करे। सिंचाई के 2 से 4 दिन बाद यूरिया उर्वरक की शेष मात्रा डाले। गेहूं में बालियां निकलते समय या बालियां निकली होने पर 0.2 प्रतिशत म्यूरेट ऑफ पोटाश का (400 ग्राम मात्रा का 200 लीटर पानी में घोल बनाकर) प्रति एकड़ का छिड़काव करने से तापमान में अचानक हुई वृद्धि से होने वाले नुकशान को कम किया जा सकता है।
उप संचालक श्री सोलंकी ने मक्का की फसल उगाने वाले किसानों को सलाह दी है कि मक्का फसल को फॉल आर्मी वर्म कीट के प्रकोप से बचाने के लिए जैविक कीटनाशक के रूप में बीटी 01 किग्रा प्रति हेक्टेयर अथवा बिवेरिया बेसियाना 1.5 ली. की मात्रा 200 से 250 लीटर पानी मे मिलाकर प्रति हेक्टर छिड़काव सुबह अथवा शाम के समय करें। लगभग 05 प्रतिशत प्रकोप होने पर रासायनिक कीटनाशक के रूप में फ्लूबेंन्डामाइट 20 डल्ब्यूडीजी 250 ग्राम प्रति हेक्टयर या स्पाईनोसेड 15 ईसी, 200 से 250 ग्राम प्रति हेक्टयर या इथीफनप्रॉक्स 10 ईसी 01 लीटर की मात्रा 200 से 250 लीटर पानी मे मिलाकर प्रति हेक्टर या इमामेक्टिन बेंजोएट 05 एसजी का 200 ग्राम प्रति हेक्टरयर में कीट प्रकोप की स्थिति अनुसार 15 से 20 दिन के अन्तराल पर 2 से 3 छिड़काव करें अथवा कार्बाेफ्युरॉन 3 जी 2 से 3 किग्रा प्रति हेक्टयर का उपयोग करे। दानेदार कीटनाशकों का उपयोग पौधे की पोंगली में (05 से 10 दाने प्रति पोंगली) उपयोग करें। साथ ही कृषकों को सलाह दी जाती है कि कृषि आदान क्रय का पक्का बिल आवश्यक रूप से प्राप्त करें ।
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