राज्य कृषि समाचार (State News)

औषधीय पौधों की खेती और उद्यानिकी फसलों से चमकेगा विन्ध्य के किसानों का भाग्य- उप मुख्यमंत्री

02 अक्टूबर 2024, सिंगरौली: औषधीय पौधों की खेती और उद्यानिकी फसलों से चमकेगा विन्ध्य के किसानों का भाग्य- उप मुख्यमंत्री – कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने 23 अक्टूबर को प्रस्तावित रीजनल इन्वेस्टर्स मीट के तैयारियों की समीक्षा की।

बैठक में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विन्ध्य में प्राकृतिक संसाधन भरपूर हैं। यहाँ अधोसंरचना का तेजी से विकास हुआ है। विन्ध्य में औद्योगिक विकास की प्रबल संभावनाएं हैं। इन्वेस्टर्स मीट से पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। बाणसागर बांध का निर्माण पूरा होने तथा संभाग भर में नहरों से सिंचाई की सुविधा मिलने से कृषि में तेजी से विकास हुआ है। कृषि आधारित उद्योगों की अपार संभावना है। औषधीय पौधों की खेती और उद्यानिकी फसलों से विन्ध्य के किसानों का भाग्य चमकेगा।

Advertisement
Advertisement

बैठक में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा और शहडोल संभाग के सभी जिलों में उद्योगों की स्थापना के लिए पर्याप्त जमीन, पानी की उपलब्धता तथा पर्याप्त संख्या में श्रमिक उपलब्ध हैं। यहाँ निवेश करने वाले उद्यमियों को हर संभव सहायता दी जाएगी। यहाँ के वनों में हजारों औषधीय पौधे उपलब्ध हैं। वनोपज संग्रहण समितियों के माध्यम से उनका संग्रहण किया जा रहा है।    बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद ने कहा कि इन्वेस्टर्स मीट के लिए लगातार तैयारियां की जा रही हैं। सभी जिलों में औद्योगिक विकास केंद्रों के निर्माण के लिए लगभग एक हजार हेक्टेयर जमीन सुरक्षित कर ली गई है। औद्योगिक विकास के लिए पाँच हजार हेक्टेयर जमीन का भूमि बैंक बनाया जा रहा है। संभाग में पाँच नए औद्योगिक केन्द्र विकसित किए जा रहे हैं। बैठक में एमपीडीआईसी के क्षेत्रीय प्रबंधक एके तिवारी ने इन्वेस्टर्स मीट की तैयारियों की बिन्दुवार जानकारी दी। बैठक में बालाजी वेफर्स के प्रतिनिधि उमंग पटेल, पतंजलि ग्रुप के प्रतिनिधि संजीव ज्योत्सी तथा वैद्यनाथ ग्रुप के धीरेन्द्र गुप्ता ने विन्ध्य में निवेश की संभावनाओं के संबंध में जानकारियां दी। बैठक में व्हीसी के माध्यम से कलेक्टर श्री चंद्रशेखर शुक्ला सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। 

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement