गाय गोबर प्राकृतिक कृषि में वरदान
10 जून 2022, धार। गाय गोबर प्राकृतिक कृषि में वरदान – कृषि विज्ञान केन्द्र धार में कलेक्टर सह अध्यक्ष आत्मा गर्वनिंग बोर्ड डॉ. पंकज जैन के मार्गदर्शन में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में गुजरात से आये मास्टर ट्रेनर डॉ.पी.के. शर्मा ने प्राकृतिक खेती के तरीकों में बताए कि देसी गाय के 1 ग्राम गोबर में 300 करोड़ जीवाश्म पाए जाते हैं। जीवामृत बनाने के लिए 10 किग्रा गोबर की आवश्यकता पड़ती है।
इसमें 30 लाख करोड़ जीवाश्म पाए जाते हैं। 200 लीटर पानी में देसी गाय का ताजा 10 किग्रा गोबर, 10 लीटर पुराना गोमूत्र, 1.5 किग्रा गुड़ और 1 किलो बेसन की जरूरत पड़ती है। प्रशिक्षण कार्यक्रम का धार विधायक श्रीमती नीना वर्मा ने शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उपसंचालक कृषि श्री जीएस मोहनिया, परियोजना संचालक आत्मा श्री कैलाश मगर, कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. केपी असाटी सहित कृषि विभाग, परियोजना संचालक आत्मा विभाग, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य, बीज निगम एवं मंडी बोर्ड के अधिकारी/कर्मचारियों एवं किसानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री केएस झणिया उप परियोजना संचालक आत्मा ने किया।