State News (राज्य कृषि समाचार)

छत्तीसगढ़: पशु चिकित्सा संबंधी प्रशिक्षण में होगी आसानी : मंत्री श्री चौबे

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पशुधन विकास मंत्री ने अस्पताल के ट्रेनिंग हॉल का किया लोकार्पण

27 अक्टूबर 2022, रायपुर ।  पशु चिकित्सा संबंधी प्रशिक्षण में होगी आसानी : मंत्री श्री चौबे –छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार कृषि समेत पशुधन विकास को लेकर लगातार नयी कवायद कर रही हैं। इसी कड़ी में राजधानी रायपुर के पंडरी स्थित राज्यस्तरीय पशु चिकित्सालय में अत्याधुनिक ट्रेनिंग हॉल (प्रशिक्षण सभागृह) का छत्तीसगढ़ प्रदेश के कृषि व कृषि कल्याण तथा पशुधन विकास मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने लोकार्पण किया। यह 160 लोगों की बैठक क्षमता के साथ प्रदेश का पहला सर्वसुविधायुक्त ट्रेनिंग हॉल है। अब इस नवनिर्मित ट्रेनिंग हॉल के बन जाने से पशु चिकित्सा व पशुधन संबंधी प्रशिक्षण में आसानी होगी।

लोकार्पण के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पशुधन विकास मंत्री श्री चौबे ने कहा कि प्रदेश के पशुपालकों को इस ट्रेनिंग हॉल-सह-सभागार से नए तकनीकी संसाधनों के प्रचार-प्रसार का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि, जहां तीन वर्ष पहले प्रदेश में दुर्घटनाओं में मृत पशुओं की संख्या लगभग 350 थी। अब यह केवल 10 प्रतिशत तक ही रह गई है। श्री चौबे ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में गौठानों को स्वावलंबन और आजीविका के केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो ग्रामीणों के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। पहले जहां लोग गोधन न्याय योजना की आलोचना कर रहे थे, अब इस मॉडल को देश के अन्य प्रदेशों में भी अपनाया जा रहा है। इस दौरान श्री चौबे ने बताया कि 108 एम्बुलेंस की तर्ज पर अब पशुओं के लिए मोबाइल मेडिकल वाहन चिकित्सा के लिए शीघ्र ही उपलब्ध होगा। वहीं उन्होंने विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों को पशुधन सुरक्षा व विकास के लिए पूर्व से अधिक जवाबदेही से कार्य करने का सुझाव दिया, ताकि पशुपालकों को इसका सीधा लाभ मिल सके।

इस संबंध में छत्तीसगढ़ राज्य पशुधन विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. शंकरलाल उइके ने बताया कि पशु चिकित्सा के नवीनतम तकनीकी एवं सुविधाओं के प्रशिक्षण एवं राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत ‘नरवा-गरुवा-घुरवा-बाड़ी कार्यक्रम’ के क्रियान्वयन के तकनीकी प्रशिक्षण के लिए यह ट्रेनिंग हॉल सुविधाजनक व मील का पत्थर साबित होगा। नवीनतम प्रशिक्षण से प्रदेश के पशुपालकों को देश-विदेश के नवाचारी तकनीकी के प्रसार के लिए ट्रेनिंग हॉल उपयोगी होगा। उन्होंने बताया कि राज्यस्तरीय पशु चिकित्सालय पंडरी रायपुर में स्थित सर्वसुविधायुक्त ऑपरेशन कक्ष में अब तक 941 पशुओं की शल्यक्रिया किया जा चुका है। इसका लाभ निरंतर पशुपालकों को मिल रहा है।

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