कैलरिस एक्स्ट्रा ने किया खरपतवार का खात्मा
(दिलीप दसौंधी, मंडलेश्वर)
15 फरवरी 2021, मंडलेश्वर। कैलरिस एक्स्ट्रा ने किया खरपतवार का खात्मा- खरपतवार की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए प्रसिद्ध वैश्विक कम्पनी सिंजेंटा ने दो सक्रिय तत्वों का ऐसा पूर्व मिश्रण कैलरिस एक्स्ट्रा ब्रांड के नाम से तैयार किया है, जो खरपतवार पर बहुत बढिय़ा नियंत्रण करता है। खरगोन जिले के कुछ किसानों ने गन्ना और मक्का फसल में प्रयुक्त किए गए कैलरिस एक्स्ट्रा के अपने अनुभव साझा किए।
बहुआयामी नियंत्रण
सिंजेंटा के महेश्वर तहसील प्रतिनिधि श्री शिवलाल पाटीदार ने कृषक जगत को बताया कि कैलरिस एक्स्ट्रा संकरी और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए बहुआयामी नियंत्रण देने वाला उत्पाद है, जिसकी अनुशंसा मक्का और गन्ना फसल के लिए की गई है। यह खरपतवारों को जड़ से खत्म करता है और लम्बे समय तक उगने नहीं देता है। यह दो सक्रिय तत्वों एच.पी.पी.डी.और पीएस-2 रसायनों का पूर्व मिश्रण है, जो शानदार तालमेल से असरदार नियंत्रण देता है। इसकी 1400 मि.ली./एकड़ मात्रा को 200 लीटर पानी/ एकड़ के साथ मिलाकर फ्लड जेट या फ्लैट फैन नोजल वाले नैपसेक स्प्रेयर से छिड़काव करना चाहिए। यह 700 मिली लीटर और साढ़े तीन लीटर पैक में भी उपलब्ध है। ग्राम मोहना के श्री भगवान सिंह पटेल ने कहा कि 5 बीघे में गन्ना लगाया है, जिसमें एक बार कैलरिस एक्स्ट्रा डालने के बाद ही खरपतवार खत्म हो गया।
25 हजार रू. की बचत
करही के श्री राहुल मेवाड़े ने 4 एकड़ में लगाए गन्ने में कट नोजल से कैलरिस का छिड़काव किया, जिससे चारा खत्म हो गया। चने की फसल भी बढिय़ा हो गई है। 5 हजार के खर्च में 25 हजार रु. की बचत हो गई, क्योंकि बड़े चारे को काटने के लिए मजदूर लगाने पड़ते जो सिर्फ घास काटते। इसी तरह मोगांवा के श्री शांतिलाल पाटीदार ने 6 बीघा मक्का में, ग्राम कवडिया के श्री हरीश पाटीदार ने 2 एकड़ मक्का में, छोटी खरगोन के श्री आदित्य पटेल ने 17 बीघा गन्ने में, खरपतवार नियंत्रण के लिए कैलरिस का प्रयोग किया। नतीजे अच्छे आए।