पीएमएफएमई योजना की मदद से रोजगार देने में सक्षम बने
12 मई 2025, बुरहानपुर: पीएमएफएमई योजना की मदद से रोजगार देने में सक्षम बने – पीएमएफएमई योजना की मदद से रोजगार देने में सक्षम बने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को वित्तीय, तकनीकी और व्यावसायिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना का मुख्य बिंदु इन उद्यमों को औपचारिक रूप से संगठित करना और उन्हें राष्ट्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद करना है। यह योजना छोटे स्तर पर खाद्य प्रसंस्करण करने वाले उद्योगों को मजबूत और उन्हें आधुनिक तकनीकों और संसाधनों का उपयोग करने में सक्षम बनाती है।
बुरहानपुर जिले के निवासी श्री वीरेंद्र वाणी, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) से लाभान्वित होकर अपनी कहानी साझा करते हुए कहते है कि, वे पहले सिर्फ फूड प्रोडक्ट की ट्रेडिंग का कार्य किया करते थे। लेकिन अब वे बनाना चिप्स, आलू चिप्स, राजगुरा लड्डू इत्यादि उत्पाद अपनी यूनिट में तैयार करके जिले एवं अन्य राज्यों में विक्रय करते है।
श्री वीरेंद्र बताते है कि, वर्ष 2024-25 में उनका संपर्क उद्यानिकी विभाग से हुआ, जहां से इस महत्वपूर्ण योजना के संबंध में पूरी जानकारी मिली। विभाग के माध्यम से पीएमएफएमई योजनान्तर्गत मुझे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग शुरू करने के लिए 35 प्रतिशत के अनुदान 10 लाख रुपये का ऋण प्राप्त हुआ। लाभार्थी विरेन्द्र बताते है कि, वे अपनी अंबिका केला चिप्स यूनिट में केला चिप्स के तरह-तरह के फ्लेवर जैसे- सादा, लाल-काली-पीली मिर्च फ्लेवर, पुदिना, टोमेटो, पेरी-पेरी इत्यादि साथ ही आलू के वेफर्स भी तैयार किये जाते है। यह उत्पाद लोकल मार्केट सहित अन्य जिलों व अन्य राज्यों में भी भेजे जाते है । योजना की सहायता से मैंने अपना व्यवसाय शुरू किया, वहीं मैं अन्य लोगों को रोजगार देने में भी सक्षम बन पाया हूँ । इस काम से मुझे अच्छी-खासी आमदनी हो रही है। मेरी आर्थिक स्थिति पहले से सुदृढ़ हुई है।
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