राज्य कृषि समाचार (State News)

कही-अनकही माया के मोह में विस्तार का प्रयास

बड़े साहब से मिलने में आ रहा पसीना

23 सितम्बर 2024, भोपाल: कही-अनकही माया के मोह में विस्तार का प्रयास – मलाईदार शाखा की माया से मोह का छूटना आसान नहीं। जब यह छूटता है तो उसे बचाने के लिए आदमी एड़ी-चोटी का जोर लगा देता है। ऐसा ही एक वाक्या विंध्याचल संचालनालय में हो रहा है।

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लगभग 15 वर्षों से विभाग की मलाईदार शाखा में जमे एक अधिकारी का रिटायरमेंट नजदीक है। इस वजह से वह काफी चिंतित है और एक्सटेंशन की चाह रखते हैं इसके लिए वह सरकार में अपने पुराने से नए संबंधों तक को खंगाल रहे हैं जिससे कुछ जुगाड़ जमें और एक्सटेंशन मिल जाए।

सूत्रों के मुताबिक इस प्रयास में उन्हें कुछ हद तक सफलता भी मिलती दिख रही है, क्योंकि एकल नस्ती के माध्यम से फाईल शासन तक पहुंचाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। परन्तु अधिकारी इस संबंध में मौन धारण किए हुए हैं।

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दूसरी तरफ उस मलाईदार शाखा में पदस्थ होने के लिए कई अधिकारी चाहत रखते हंै परन्तु कहने से परहेज भी है। क्योंकि ‘दीवारों के भी कान होते हैंÓ किसी ने सुन लिया तो लगने वाला संभावित नम्बर कट भी सकता है। ऐसे में मामला दिलचस्प होता जा रहा है। अब समय ही बताएगा कि उक्त शाखा में कोई नया अधिकारी पदस्थ होगा या फिर पूर्व से पदस्थ अधिकारी की सेवाओं का विस्तार होगा।

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वहीं संचालनालय में बड़े साहब के आगमन से हलचल तेज हो गई है। परन्तु मुलाकाती परेशान हो रहे हैं। बधाई देने वाले भी बहुत देर इंतजार करने के बाद मुरझाया गुलदस्ता वापस लेकर जा रहे हैं क्योंकि साहब के पास मिलने का समय नहीं है या फिर मिलना नहीं चाहते?

ये हाल तो दूर-दराज एवं बाहर से आए मिलने वालों का है परन्तु संचालनालय में ही पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी को भी मिलने या फाईल कराने में पसीना आ रहा है। इसकी वजह यह है कि उन्हें मिलने से पहले पर्ची भेज कर मिलने का कारण बताना पड़ता है। मामले की खबर विभाग के मंत्री तक भी पहुंच चुकी है।

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