State News (राज्य कृषि समाचार)

खेती-किसानी को रफ्तार देने का प्रयास

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मध्यप्रदेश बजटवर्ष -2023-24

कृषि और संबद्ध क्षेत्र के लिए 53,964 करोड़ का बजट

(विशेष प्रतिनिधि)

7 मार्च 2023, भोपाल ।  खेती-किसानी को रफ्तार देने का प्रयास – चुनावी वर्ष में मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में वर्ष 2023-24 के लिए 3 लाख 14024 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 13 प्रतिशत अधिक है। गत वर्ष 2 लाख 81553 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया था। इस बजट में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों को रफ्तार देने के लिए 53,964 करोड़ का बजट रखा गया है जबकि केवल कृषि के लिए 16 हजार 900 करोड़ का प्रावधान है।                       –

cm shivraj singh

प्रदेश का बजट समाज के हर वर्ग के कल्याण का बजट है। गरीब-कल्याण हमारा संकल्प है। किसानों की आय बढ़ाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन सब बिन्दुओं का ध्यान इस बजट में रखा गया है। यह सही मायने में जनता का बजट है। शक्तिशाली भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश अपना अमूल्य योगदान देगा।                          
शिवराज सिंह चौहान,
मुख्यमंत्री, म.प्र.

 

kamalnath

यह भाजपा सरकार की   म. प्र. से विदाई का बजट है। इसमें किसान और ग्रामीण क्षेत्र की उपेक्षा हुई है। न तो औद्योगिक विकास की कोई सोच है और न ही युवाओं के रोजगार के अवसर बनाने के प्रयास नजर आते हैं।  बजट में किसानों के ऋ ण माफी योजना के लिए केवल नाममात्र की राशि का   प्रावधान है।                

कमलनाथ,
पूर्व मुख्यमंत्री, म.प्र.

 

बजट की मुख्य बातें

  • सीएम किसान कल्याण योजना के लिए 3200 करोड़
  • सिंचाई योजना के लिए 11,500 करोड़
  • मुख्यमंत्री गोसेवा योजना में 3346 गौशालाओं का निर्माण स्वीकृत
  • म.प्र. मिलेट मिशन के लिए 1000 करोड़
  • प्रदेश में फूलों की खेती को बढ़ावा
  • डिफाल्टर किसानों का कर्ज सरकार भरेगी
  • अटल कृषि ज्योति योजना 5520 करोड़
  • प्राकृतिक खेती के लिए 72 हजार 967 किसानों का पंजीयन
  • पीएम फसल बीमा योजना 2001 करोड़
  • मुख्यमंत्री कृषक फसल उपार्जन सहायता योजना के लिए 1000 करोड़
  • सहकारी बैंकों को अंश पूंजी के लिए 1500 करोड़
  • गहन पशुचिकित्सा के लिए 845 करोड़
  • मध्य प्रदेश विद्युत मंडल द्वारा 5 एचपी के कृषि पंपों/थ्रेशरों तथा एक बत्ती कनेक्शन को नि:शुल्क विद्युत प्रदान करने के लिए 2475 करोड़
  • सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण एवं संसाधन के लिए  11 हजार 49 करोड़
  • पशुपालन, गौ संवर्धन के लिए 1491 करोड़
  • पीएम मत्स्य संपदा योजना 90 करोड़
  • सहकारी समितियों के कम्प्यूटरीकरण हेतु 80 करोड़
  • लाड़ली बहना योजना 8 हजार करोड़
कृषि विभाग
  • अटल कृषि ज्योति योजना हेतु 5510 करोड़
  • मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना हेतु 3200 करोड़
  • म.प्र.वि.म. द्वारा 5 एच.पी. के कृषि पम्पों/थ्रेशरों, एक बत्ती कनेक्शन को नि:शुल्क विद्युत प्रदाय हेतु 2475 करोड़
  • प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना हेतु 2001 करोड़
  • मुख्यमंत्री कृषक फसल उपार्जन सहायता योजना 1000 करोड़
  • अधीनस्थ तथा विशेषज्ञ कर्मचारी वृन्द हेतु 599 करोड़
  • फूड एंड न्यूट्रीशन सिक्योरिटी हेतु 407 करोड़
  • ऋण माफी योजना के पात्र डिफाल्टर कृषकों की ब्याज माफी समाधान योजना हेतु 350 करोड़ रूपये
  • राष्ट्रीय कृषि विकास योजना हेतु 270 करोड़
  • सब मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) हेतु 152 करोड़
  • ट्रैक्टर एवं कृषि उपकरणों पर अनुदान हेतु 129 करोड़
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग
  •  संचालनालय एवं अधीनस्थ कार्यालय हेतु 132 करोड़
  • पौधशाला उद्यान हेतु 113 करोड़
सहकारिता विभाग
  • सहकारी बैंकों को अंशपूंजी हेतु 1500 करोड़
  • सहकारी बैंकों के माध्यम से कृषकों को अल्पकालीन ऋण पर ब्याज अनुदान हेतु 600 करोड़ रूपये
पशुपालन एवं डेयरी विभाग
  • गहन पशु विकास परियोजना हेतु 845 करोड़
  • मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना हेतु 150 करोड़
जल संसाधन विभाग
  • बांध तथा संलग्र कार्य हेतु 2221 करोड़
  • नहर तथा उससे संबंधित निर्माण कार्य हेतु 1 हजार 795 करोड़
  • कार्यपालिका स्थापना हेतु 1 हजार 201 करोड़
  • सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं का सौर ऊर्जीकरण 500 करोड़
  • लघु एवं लघुत्तम  सिंचाई योजनाएं  हेतु 368 करोड़
  • लघु सिंचाई योजना हेतु 111 करोड़
ग्रामीण विकास विभाग
  • प्रधानमंत्री आवास योजना हेतु   8 हजार करोड़
  • राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना हेतु 3500 करोड़
  • प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना हेतु 1 हजार 826 करोड़
  • प्रधानमंत्री सडक़ योजनांतर्गत निर्मित सडक़ों का नवीनीकरण एवं उन्नयन हेतु 801 करोड़
  • राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन हेतु 600 करोड़
  • प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण हेतु 600 करोड़
  • मुख्यमंत्री आवास मिशन हेतु 390 करोड़
  • निर्मल भारत अभियान हेतु 300 करोड़
  • ग्रामीण यांत्रिकी सेवा हेतु 266 करोड़
  • प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना अंतर्गत रसोइयों को मानदेय भुगतान की राज्य योजना हेतु 210 करोड़
  • प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना हेतु 200 करोड़
  • विकासखण्ड कार्यालय हेतु 199 करोड़

किसानों के ऋण का ब्याज सरकार भरेगी

चुनावी वर्ष होने के चलते सरकार ने इस वर्ष बजट में अपना खजाना खोल दिया है। बजट में महिला, यूथ और किसानों पर फोकस किया गया है। वहीं किसान कजऱ् माफी का इंतजार कर रहे किसानों के लिए भी सरकार ने अपने बजट में बड़ा ऐलान किया है।

 मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के ऐसे किसान जो सहकारी संस्था से लिए गए ऋणों की माफी के इंतजार में बकायादार हो गए हैं एवं खाद बीज की सुविधा से वंचित हो गए हैं, उन किसानों की बकाया राशि पर लगे ब्याज की राशि सरकार ने भरने की घोषणा अपने बजट में की है। इसके साथ ही सहकारी संस्था में पूर्व से डिफाल्टर किसानों के ऋण पर ब्याज की राशि भी सरकार द्वारा वहन की जाएगी। बजट में ऋण माफी योजना के पात्र डिफाल्टर कृषकों की ब्याज माफी समाधान योजना हेतु 350 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने बताया कि इस व्यवस्था से सहकारी संस्था के माध्यम से प्रदेश के सभी किसान कृषि कार्यों के लिए शून्य ब्याज दर पर ऋण लेकर कृषि उत्पादन से अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे।  इस उद्देश्य से वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में कुल 2500 करोड़ रुपए का प्रावधान बजट में किया गया है।

फसल बीमा योजना के लिए 2001 करोड़, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लिए 3200 करोड़ रुपए का बजट में प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री ने बताया कि राज्य में कोई नया कर नहीं लगाया गया है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लिए 8000 करोड़ रुपए रखे गए हैं।

 

सुखद परिणाम प्रदेश में बदलते लिंगानुपात के रूप में दिखाई दे रहे हैं। बजट में बेटियों, बहनों और समूची मातृशक्ति को सशक्त बनाने के लिए प्रावधान है। युवाओं, बुजुर्गों, किसानों व विद्यार्थियों समेत हर वर्ग के लिए प्रावधान किए गए हैं।

विष्णुदत्त शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा                       

 

बजट पूरी तरह से निराशाजनक है। शासकीय कर्मचारियों को पूर्व पेंशन, संविदा, अतिथि शिक्षक, अतिथि विद्वान व आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है। किसानों की कर्ज माफी और उनकी आय बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया गया है।

डॉ. गोविंद सिंह, नेता प्रतिपक्ष
मध्यप्रदेश विधानसभा

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