ठंड बढ़ते ही गौवंश में बढ़ा बीमारी का खतरा, बचाव के लिए पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी
25 नवंबर 2025, भोपाल: ठंड बढ़ते ही गौवंश में बढ़ा बीमारी का खतरा, बचाव के लिए पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी – मध्यप्रदेश के श्योपुर जिला उपसंचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ. सुभाष बाबू दोहरे द्वारा शीत ऋतु को ध्यान में रखते हुए पशुपालकों को एडवाइजरी जारी की गई है।
उन्होने कहा कि अत्यधिक ठंड की स्थिति से गौवंश को बचाने के लिए प्लास्टिक शीट, तिरपाल आदि से खिड़कियों एवं दरवाजों को ढकने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गौवंश के बैठने हेतु सूखे स्थान पर घास की विछायन करें, अगर संभव हो तो मैट्स की व्यवस्था भी की जा सकती है। बीमार एवं कमजोर पशुओं को अलग सुरक्षित स्थान पर रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जावें। गौवंश के भरण-पोषण हेतु पौष्टिक आहार जिसमें हरा चारा (बरसीम/लुसन/घरी आदि) साइलेज, पशु दाना. आदि उपलब्ध कराया जाए। गौवंश के पीने हेतु साफ, स्वच्छ एवं गुनगुना पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्ति की जायें।
गोवंश को ठंड में गुड. अजवाईन, पीपली, लौंग, सौंठ, हल्दी, एवं सरसों तेल आदि का काढ़ा दिया जायें, इसके साथ ही कैल्शियम मिनरल को नियमित रूप से आहार में शामिल किया जाना चाहिए, जिससे गौवंश का शरीर ठंडा होने (हाइपोथर्मिया) से बचाया जा सके। बीमारियों से बचाव की व्यवस्था हेतु आवश्यक औषधियां रखी जाए ताकि संक्रामक बीमारियों से गौवंश को सुरक्षित रखा जा सके। अगर संभव हो तो गौवंशी की युगिंग मालिश की जाये जिससे उनके शरीर में गर्मी बनी रहे।
छोटे बछड़े को उनकी माताओं के साथ ही रखा जाए एवं विटामिन मिनरल युक्त दवाईयों नियमित रूप से दी जाये।
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