राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुपालकों से आवेदन आमंत्रित
17 दिसंबर 2024, हरदा: राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुपालकों से आवेदन आमंत्रित – राष्ट्रीय पशुधन मिशन के घटक उद्यमिता विकास कार्यक्रम अंतर्गत बकरी पालन, मुर्गी पालन,सूअर पालन एवं चारा विकास को व्यवसायिक स्तर पर अपनाने के लिये भारत सरकार द्वारा बैंक ऋण एवं अनुदान आधारित योजना प्रारंभ की गई है।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. एस. के. त्रिपाठी ने बताया कि योजना के तहत पशुपालन में रोजगार के इच्छुक उद्यमी 100, 200, 300, 400 एवं 500 बकरियों की बकरी प्रजनन इकाई स्थापित कर सकते हैं। भारत सरकार द्वारा बकरी पालन के लिये परियोजना लागत के कैपिटल कॉस्ट पर 50 प्रतिशत या अधिकतम 50 लाख रुपये का अनुदान 2 किश्तों में प्रदान किया जाता है। इसी प्रकार मुर्गी पालन में रूचि रखने वाले उद्यमी कम से कम 1000 पेरेंट लेयर अंडे देने वाली मुर्गी के साथ मुर्गी फार्म, ग्रामीण हैचरी एवं मदर यूनिट की स्थापना कर सकते हैं। भारत सरकार द्वारा मुर्गी पालन के लिये परियोजना लागत के कैपिटल कॉस्ट पर 50 प्रतिशत या अधिकतम 25 लाख रुपये अनुदान प्रदान किया जाता है। सूकर पालन के इच्छुक हितग्राही को भी भारत सरकार द्वारा सूकर पालन के लिये परियोजना लागत के कैपिटल कॉस्ट पर 50 प्रतिशत या अधिकतम 30 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया जाता है। सूकर पालन के लिये कम से कम 100 मादा सूकर एवं 25 नर सूकर के साथ प्रजनन फार्म की स्थापना की जा सकती है।इसी योजना अंतर्गत भारत सरकार द्वारा चारा विकास के लिये भी बैंक ऋण एवं अनुदान आधारित योजना के अंतर्गत परियोजना लागत के कैपिटल कॉस्ट पर 50 प्रतिशत या अधिकतम 50 लाख रुपये का अनुदान 2 किश्तों में प्रदान किया जाता है। इसके अंतर्गत साइलेज मेकिंग यूनिट स्थापित की जा सकती है।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि योजना के संबंध में अधिक जानकारी एवं आवेदन करने के लिए http://www.nlm.udyamimitra.in पर लॉगइन करें एवं जिले के युवा, पशु पालक एवं किसान इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेवें । इस योजना के संबंध में अधिक जानकारी के लिए निकटतम विकास खण्ड स्तरीय पशु चिकित्सालय में भी संपर्क किया जा सकता है। जिले में वर्तमान में इस योजना अंतर्गत 3 बकरी प्रजनन फार्म एवं 1 साइलेज मेकिंग यूनिट संचालित है। उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. एस.के. त्रिपाठी ने जिले के युवाओं, पशुपालकों एवं किसानों से योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने अपील की है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: