राज्य कृषि समाचार (State News)

मुख्यमंत्री मान की तरफ से गेहूँ के सिकुड़े दानों सम्बन्धी नियमों में तत्काल ढील देने के लिए केंद्र सरकार से अपील

‘आप ’ सरकार किसानों का दाना-दाना खरीदने के लिए वचनबद्ध : मुख्यमंत्री

25 अप्रैल 2022, चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री मान की तरफ से गेहूँ के सिकुड़े दानों सम्बन्धी नियमों में तत्काल ढील देने के लिए केंद्र सरकार से अपील – पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज केंद्र सरकार से अपील करते हुये कहा कि बिना गेहूँ का रेट घटाऐ पंजाब को गेहूँ की खरीद में सिकुड़े हुए दानों के लिए निर्धारित नियमों में ढील दी जाये, जिससे किसानों की आय को सुरक्षित रखा जा सके जो पहले ही गेहूँ की कम पैदावार और बड़े कृषि कर्ज़े की मार बरदाश्त कर रहे हैं।

इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और केंद्रीय ख़ाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल को बातचीत करते हुये कहा कि वह भारत सरकार की तरफ से तैनात टीमों द्वारा एकत्रित किये फील्ड डाटा के आधार पर ढील देने की अनुमति दें। इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिख कर भी उक्त समस्या से निपटने के लिए विनती की थी।

Advertisement
Advertisement

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वह इस पक्ष से बहुत चिंतित हैं कि सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की तरफ से तैनात केंद्रीय टीमों से तरफ गेहूँ के दानों के सिकुड़ने सम्बन्धी तथ्यों को उजागर करती अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप कर अपना काम पूरा कर दिया है। रिपोर्ट सौंपने से एक हफ़्ता बाद भी केंद्र सरकार की तरफ से इस सम्बन्धी कोई फ़ैसला नहीं लिया गया है। मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि किसानी मुद्दों को पहल के आधार पर हल करने की ज़रूरत है और देरी से खरीद कार्य प्रभावित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि ‘आप’ सरकार किसानों का हर दाना-दाना खरीदने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि अनाज के सिकुड़ने के लिए किसानों को दोषी ठहराना और उनको जुर्माना देना सरासर बेइन्साफ़ी है, क्योंकि यह कुदरत का बरताव है और किसान के बैबस है। इसी कारण उनकी सरकार ने मंडियों में आए अनाज की तेज़ी से खरीद की है।

Advertisement8
Advertisement

कुछ मंडियों में हो रही असुविधा और भरमार संबंधी बोलते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मुख्य तौर पर नियमों में ढील न दिए जाने कारण एफ.सी.आई की तरफ से इन मंडियों की सिकुड़ी हुई गेहूँ को स्वीकार न करने से हुआ है, जिससे मंडियों में दिक्कत आ रही है और किसानों और आढ़तियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

Advertisement8
Advertisement

श्री मान ने आगे कहा कि उनको केंद्र सरकार से जल्द ही सकारात्मक नतीज की उम्मीद है और इसके बाद लिफ्टिंग में काफी सुधार होगा।

ज़िक्रयोग्य है कि अत्यधिक गर्मी के कारण गेहूँ का दाना सूख गया था और पूरी तरह विकसित नहीं हो सका। इसीलिए राज्य सरकार ने खरीद सम्बन्धी नियमों में ढील देने की माँग की थी जिससे गेहूँ की खरीद करके केंद्रीय पुल में योगदान पाया जा सके। गेहूँ के दानों का सिकुड़ना किसान के बस की बात नहीं बल्कि एक कुदरती घटना है और इसलिए राज्य सरकार ने फ़ैसला किया कि किसानों को उनके नियंत्रण से बाहर की किसी चीज़ के लिए जुर्माना नहीं लगाया जाना चाहिए।

महत्वपूर्ण खबर: रोज़गार छीनना नहीं, रोज़गार देना है हमारी सरकार का मकसद : मुख्यमंत्री

Advertisements
Advertisement5
Advertisement