विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर पशुओं को उपचार से मिला जीवनदान
05 अक्टूबर 2024, विदिशा: विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर पशुओं को उपचार से मिला जीवनदान – विश्व पशु चिकित्सा दिवस (4 अक्टूबर ) पर जिले के पशु चिकित्सा सेवा विभाग द्वारा विशेष पहल कर इस दिवस को यादगार बनाया गया । जिले में संचालित गौशालाओं के पशुधन की देखभाल के लिए विभाग के माध्यम से पृथक-पृथक प्रबंध किए गए , जिसका मुख्य उद्देश्य इस दिवस को चिरस्मरणीय बनाना था। मनुष्यों में पशु पक्षियों के प्रति वात्सल्य प्यार और संवेदनशीलता को लेकर सहयोग पर आधारित कार्यक्रमों का आह्वान किया गया।
विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर विभाग के माध्यम से संपादित गतिविधियों की जानकारी देते हुए उप संचालक डॉ केएन शुक्ला ने बताया कि जिला पशु चिकित्सालय विदिशा में 360 पशुओं का उपचार किया गया। इसके अलावा तीन गाय एवं दो भैंस का कृत्रिम गर्भधान भी किया गया है। गंज बासौदा पशु चिकित्सालय में एक साल की बछिया की शल्यचिकित्सा कर पॉलीथिन और लगभग आठ किलो गिट्टियां निकाली गई हैं। बछिया पूरी तरह स्वस्थ है। एक अन्य बकरी को बच्चा देने मे परेशानी हो रही थी अतः सिजेरियन ऑपरेशन कर तीन जीवित व स्वस्थ बच्चे निकाले गए। बकरी व बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
विदिशा जिले में पशुधन को सुरक्षित रखने के दायित्वों का निर्वहन गौशालाओं के माध्यम से चरितार्थ हो रहा है जिले में 18 शासकीय एवं 104 अशासकीय गौशालाएं संचालित है जिनमें 14759 गौवंश को रखा गया है साथ ही इन गौवंश के भरण पोषण के लिए नियमानुसार राशि 205447000 रूपए का अनुदान प्रदाय किया गया है। विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर पशुओं के संवर्धन हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम हर एक गौशाला में आयोजित किए गए। गौ पेट्रोलिंग के माध्यम से गौ- वंशों को सड़कों से हटाकर गौ-शालाओं तक सुरक्षित रूप से पहुंचाकर उनकी देखभाल की जा रही है। इसके लिए विदिशा जिले के भोपाल, ग्यारसपुर, हाईवे मार्ग पर लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है, ताकि दुर्घटनाओं से बचकर पशुधन और मानव जीवन भी सुरक्षित रहे।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: