हाईटेक कृषि के साथ एग्रीकल्चर स्टार्टअप समय की आवश्यकता, बढ़ेगी किसानों की आमदनी
जनेकृविवि में हाईटेक खेती और कृषि-आधारित स्टार्टअप विषय पर कार्यशाला
22 मई 2023, जबलपुर (कृषक जगत) । हाईटेक कृषि के साथ एग्रीकल्चर स्टार्टअप समय की आवश्यकता, बढ़ेगी किसानों की आमदनी – जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि महाविद्यालय जबलपुर में हाईटेक खेती और कृषि-आधारित स्टार्टअप विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने कहा कि भारतीय कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की जबरदस्त क्षमता है, क्योंकि इससे देश की बहुत बड़ी आबादी जुड़ी हुई है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. अमित शर्मा ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये कहा कि भविष्य में विश्वविद्यालय के कृषि छात्रों के रोजगार, उच्च शिक्षा और कैरियर के बेहतर विकल्प के लिये कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
कार्यशाला में जनेकृविवि के पूर्व छात्र और एग्रीकॉन-2022 सदस्य एवं भारत, अफ्रीका और बांग्लादेश में हाइड्रोपोनिक्स एवं हाईटेक खेती परियोजनाओं के सलाहकार और खेतीबाड़ी परियोजना, नई दिल्ली के संस्थापक निदेशक डॉ. प्रवीण सिंह इस क्षेत्र में अपने अनुभव और विशेषज्ञता को कर्मचारियों और छात्रों के साथ साझा किये। इस दौरान आपने कहा कि कृषि तकनीकी और कुछ नहीं बल्कि कृषि क्षेत्र में आधुनिक प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल कर उपज को बढ़ाने, कुशलता लाने और राजस्व में वृद्धि करने का उपाय है। भारत में बहुत से कृषि तकनीकी स्टार्टअप्स मुख्य रूप से बाजार आधारित हैं, जहां ई-कॉमर्स कंपनियां ताजे और ऑर्गेनिक फल और सब्जियां सीधे किसानों से खरीद कर बिक्री करती हैं, लेकिन हाल में बहुत से स्टार्टअप्स ने किसानों की कठिनाईयों के अभिनव टिकाऊ समाधान प्रदान करने शुरू किये हैं।