राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में कृषि अनुसंधान मेला शुरू
25 फ़रवरी 2025, भोपाल: राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में कृषि अनुसंधान मेला शुरू – किसानों की आमदनी बढ़ाने और नवीन कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर में चार दिवसीय अखिल भारतीय कृषि औद्योगिक प्रदर्शनी एवं किसान मेला-2025 का आयोजन हुआ। मध्य प्रदेश सरकार के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने इसका उद्घाटन किया।
इस मेले में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए किसान, कृषि अनुसंधान संस्थानों के वैज्ञानिक और कृषि उद्योगों के विशेषज्ञ भाग लिया। प्रदर्शनी में करीब 200 तकनीकों का प्रदर्शन किया गया, जिससे किसान नवीनतम कृषि उपकरणों और पद्धतियों को समझ सकें। प्रदर्शनी में संरक्षित खेती, औषधीय पौधों की खेती, जल प्रबंधन, हाईटेक नर्सरी, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन और पशुपालन से जुड़ी नई तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि यह तकनीक उन किसानों के लिए फायदेमंद होगी, जिनके पास सीमित भूमि है लेकिन वे खेती के नए तरीके अपनाकर अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय में हो रहे शोध कार्यों की भी सराहना की और हाइड्रोपोनिक यूनिट और ड्रोन तकनीक का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा, “सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत है। आधुनिक कृषि तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग कर हम खेती को अधिक उत्पादक और लाभदायक बना सकते हैं।”
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार शुक्ला ने कहा कि यह दूसरा मौका है जब विश्वविद्यालय इस मेले का आयोजन कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस साल मेले में नई तकनीकों का विशेष प्रदर्शन किया गया है, जिससे किसानों को जलवायु परिवर्तन के अनुरूप खेती करने में मदद मिलेगी।
मेले में किसानों के लिए प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए गए, जिसमें नई तकनीकों को अपनाने और जल संरक्षण को लेकर विशेष जानकारी दी गई।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: