धान की फसल में यूरिया के प्रयोग से बचने की सलाह
01 अक्टूबर 2025, सतना: धान की फसल में यूरिया के प्रयोग से बचने की सलाह – उप संचालक कृषि श्री आशीष पाण्डेय ने किसानों को सलाह दी है कि वर्तमान में धान की फसल में बालियां निकलना प्रारंभ हो गई हैं। ऐसी स्थिति में यूरिया का छिड़काव फसल के लिये हानिकारक है। धान की फसल में यूरिया के प्रयोग से बचें।
इस समय यूरिया का छिड़काव करने से बालियां फफूंद जनित रोगों के प्रति संवेदनशील हो जाती हैं। जिससे रोगों का संक्रमण बढ़ सकता है, पत्तियों का झुलसना हो सकता है। उपज कम हो सकती है और कीड़े-मकोड़ों का हमला बढ़ सकता है। इसके बजाय इस समय बालियों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए पोटाश व फास्फोरस आधारित उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए।
बालियों के विकास और दाने बनने की अवस्था में फसल को पर्याप्त नमी देना भी जरूरी होता है। लेकिन यूरिया से बचना चाहिए। आगामी रबी सीजन के लिये अभी यूरिया का भण्डारण न करें क्योंकि इसे लम्बे समय तक रखने से नमी एवं अधिक ताप के कारण नाइट्रोजन नष्ट हो जाता है एवं यूरिया उर्वरक गुणवत्ता विहीन हो जाता है।
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