राज्य कृषि समाचार (State News)

गुजरात में 800 मीट्रिक टन क्षमता वाले पशु आहार संयंत्र का उद्घाटन: प्राकृतिक खेती और सहकारिता पर जोर

20 नवंबर 2024, नई दिल्ली: गुजरात में 800 मीट्रिक टन क्षमता वाले पशु आहार संयंत्र का उद्घाटन: प्राकृतिक खेती और सहकारिता पर जोर – केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में 800 मीट्रिक टन उत्पादन क्षमता वाले अत्याधुनिक पशु आहार संयंत्र का उद्घाटन किया। यह संयंत्र 210 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है, जो न केवल मवेशियों के लिए पोषक आहार सुनिश्चित करेगा, बल्कि क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।

सहकारिता आंदोलन ने ग्रामीण भारत को मजबूत बनाया

श्री अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि साबर डेयरी का सफर एक छोटे बीज से शुरू होकर अब साढ़े तीन लाख से अधिक परिवारों के लिए आजीविका का मुख्य साधन बन गया है। उन्होंने डेयरी आंदोलन के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण और गांवों में पोषण व समृद्धि लाने में हुए सकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि आज दो सहकारी समितियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है, जिनमें से एक समिति ने दूध व्यापार से एक करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया है। श्री शाह ने इसे सहकारी आंदोलन और अमूल द्वारा शुरू की गई श्वेत क्रांति की सफलता का परिणाम बताया।

केंद्रीय मंत्री ने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह खेती न केवल किसानों की आय बढ़ाएगी बल्कि कैंसर, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से छुटकारा पाने में भी मददगार होगी।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक लिमिटेड (NCOL) और राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (NCEL) का गठन किया गया है, जो प्राकृतिक खेती से उत्पादित फसलों की खरीद और निर्यात को बढ़ावा देगा। श्री शाह ने कहा, “प्राकृतिक खेती के पहले वर्ष में उत्पादन थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन दूसरे और तीसरे साल से यह लाभकारी साबित होगी।”

गोबरधन योजना और कृषि में नवाचार

श्री अमित शाह ने गोबरधन योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे किसानों को खाद तैयार करने और कृषि भूमि की उर्वरता बढ़ाने में मदद मिल रही है। गुजरात में डेयरियों ने इस योजना के तहत गोबर का उपयोग करके उर्वरक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट काम किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के जरिए किसानों को अतिरिक्त आय के अवसर मिलेंगे और खेती के लिए लागत कम होगी।

श्री शाह ने बताया कि 1976 में स्थापित साबर डेयरी ने अब 2050 मीट्रिक टन पशु आहार उत्पादन क्षमता हासिल कर ली है। उन्होंने कहा कि भारत में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 1970 में 40 किलो ग्राम प्रतिवर्ष थी, जो 2023 में बढ़कर 167 किलो ग्राम हो गई है। यह वृद्धि सहकारी आंदोलन और डेयरी क्षेत्र के सतत विकास के कारण संभव हो पाई है।

प्राकृतिक खेती से खुलेंगे 10 लाख करोड़ रुपये के वैश्विक बाजार

श्री अमित शाह ने कहा कि प्राकृतिक खेती से भारत के किसानों के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का वैश्विक बाजार खुल सकता है। उन्होंने बताया कि यह प्रयोग गुजरात में सफल हो रहा है और इसे पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने डेयरी संगठनों से प्राकृतिक खेती को अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल करने की अपील की।

इस अवसर पर श्री अमित शाह ने गांधीनगर में फिला विस्टा-2024 डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और दांडी कुटीर संग्रहालय में महात्मा गांधी और दांडी यात्रा के योगदान को नमन किया। इसके साथ ही उन्होंने साणंद में शेला झील और पार्क का उद्घाटन भी किया।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements