रामतिल पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
होशंगाबाद। जवाहरलाल नेहरू कृषि वि.वि. एवं कृषि विभाग होशंगाबाद के संयुक्त तत्वावधान में गत दिनों ग्राम गुंदरई (बनखेड़ी), जिला-होशंगाबाद में रामतिल पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में संभागायुक्त होशंगाबाद श्री आर.के. मिश्रा, कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, जनेकृविवि के कुलपति डॉ. पी.के. बिसेन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आदित्य सिंह, प्रभारी संयुक्त संचालक कृषि होशंगाबाद श्री जितेन्द्र सिंह, डीन कृषि महाविद्यालय पवारखेड़ा डॉ. पी.सी. मिश्रा, जनेकृविवि के संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. पी.के. मिश्रा, रामतिल परियोजना अनुसंधान केन्द्र छिंदवाड़ा के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. व्ही.एन. तिवारी, रामतिल परियोजना समन्वयक कृषि महाविद्यालय जबलपुर की डॉ. रजनी बिसेन, संचालक प्रक्षेत्र डॉ. डी.के. पहलवान एवं परियोजना संचालक आत्मा श्री एम.एल. दिलवारिया उपस्थित थे।
प्रक्षेत्र दिवस पर बनखेड़ी विकास खंड के ग्राम गुंदरई के किसानों दीपक माहेश्वरी, दिनेश एवं हेमंत माहेश्वरी के खेतों में लगभग 250 एकड़ में नवाचार के रूप में लगाई गई। फसल रामतिल एवं उसके साथ अतिरिक्त आय के रूप में मधुमक्खी पालन कर अतिरिक्त आय प्राप्त कर रहे हैं। किसानों ने बीज छिंदवाड़ा के कृषि अनुसंधान केन्द्र से रामतिल का ब्रीडर सीड किस्म जेएनएस 28 प्राप्त कर दो किलोग्राम प्रति एकड़ के मान से बोया था। इस नवाचार से औसतन 10-15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार मिलती है। लगभग 60 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर का शुद्ध मुनाफा भी प्राप्त हो सकता है। साथ ही शहद के रूप में अतिरिक्त आय प्राप्त होती है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह फसल खरीफ में उड़द, मूंग एवं सोयाबीन का विकल्प साबित हो सकती है।