राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

भारत बनेगा एग्री-टेक का सुपरपावर? नई रिपोर्ट ने खोले राज

07 अप्रैल 2025, नई दिल्ली: भारत बनेगा एग्री-टेक का सुपरपावर? नई रिपोर्ट ने खोले राज – भारत का कृषि क्षेत्र इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और नीतिगत समर्थन की बदौलत एक बड़े बदलाव से गुजर रहा है। 1Lattice और IVCA (भारतीय वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन) की ताजा रिपोर्ट, “कृषि में नवाचार”, आज स्टार्टअप महाकुंभ 2025 में लॉन्च की गई। यह रिपोर्ट मौजूदा बाजार स्थिति, निवेश के माहौल और सरकार की नीतियों की अहम भूमिका का गहराई से विश्लेषण करती है, जो एक मजबूत और टिकाऊ कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा दे रही हैं।

भारतीय कृषि बाजार, जिसमें खेती, पशुपालन और मछली पालन शामिल हैं, तेजी से बढ़ रहा है। इसका सालाना उत्पादन मूल्य लगभग 30 लाख करोड़ रुपये है। इसमें खेती का हिस्सा करीब 60% है, पशुपालन 30% और मछली पालन 10% योगदान देता है। रिपोर्ट के अनुसार, यह बाजार FY25 में 31 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर FY30 तक 38 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। इसके पीछे बदलती उपभोक्ता मांग, नई खेती के तरीके और तकनीकी प्रगति अहम कारण हैं।

Advertisement
Advertisement

टेक्नोलॉजी से बदल रही खेती की तस्वीर

इस क्षेत्र में प्रमुख नवाचारों में AI, ML और IoT आधारित प्रेसिजन फार्मिंग का इस्तेमाल शामिल है, जो फसल की पैदावार और संसाधन दक्षता को बढ़ा रहे हैं। रिपोर्ट में टेक-ड्रिवन सप्लाई चेन और एंड-टू-एंड लॉजिस्टिक्स सेवाओं का उभरना भी बताया गया है, जो सप्लाई चेन में पारदर्शिता की कमी और उत्पाद के नुकसान जैसी चुनौतियों से निपट रही हैं। इसके अलावा, स्टोरेज और वेयरहाउसिंग में नए तरीके फसलों की शेल्फ लाइफ बढ़ा रहे हैं, वहीं AI आधारित गुणवत्ता जांच बेहतर खाद्य गुणवत्ता और उचित कीमत सुनिश्चित कर रही है।

निवेश का बढ़ता दायरा और सरकारी समर्थन

निवेश का माहौल भी उत्साहजनक है। CY19-22 के बीच प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल का एग्री-टेक कंपनियों में निवेश 40% की CAGR से बढ़ा है। सबसे ज्यादा निवेश CY21 में हुआ, जो 1,080 मिलियन डॉलर था। निवेश का 80% हिस्सा खेती पर केंद्रित है और ज्यादातर कंपनियां वैल्यू चेन के अपस्ट्रीम स्टेज में काम कर रही हैं। सरकारी पहल, जैसे भारतीय डिजिटल कृषि पारिस्थितिकी (IDEA) फ्रेमवर्क और एग्री स्टैक का लागू होना, इस क्षेत्र की ग्रोथ में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। ये पहल किसानों को इनपुट्स, ज्ञान सेवाओं और क्रेडिट तक आसान पहुंच देने के साथ-साथ बेहतर बाजार संपर्क भी प्रदान कर रही हैं।

Advertisement8
Advertisement

विशेषज्ञों की राय और भविष्य का रोडमैप

रिपोर्ट लॉन्च के बारे में बात करते हुए 1Lattice के एग्री एंड इंडस्ट्रियल्स डायरेक्टर अभिषेक मैती ने कहा, “भारत का कृषि क्षेत्र एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है, जहां इनोवेशन सिर्फ एक सहायक नहीं, बल्कि ग्रोथ का उत्प्रेरक बन गया है। एग्रीटेक स्टार्टअप्स, नीति निर्माता और निवेशक एक साझा लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे यह क्षेत्र अभूतपूर्व विकास के लिए तैयार है। हमारी रिपोर्ट बताती है कि टेक्नोलॉजी आधारित समाधान उत्पादकता, स्थिरता और किसानों की आय को कैसे बढ़ा सकते हैं, जिससे भारत ग्लोबल एग्रीटेक में अग्रणी बन सकता है।”

Advertisement8
Advertisement

IVCA के अध्यक्ष रजत टंडन ने कहा, “भारत का कृषि क्षेत्र एक निर्णायक मोड़ पर है—जहां परंपरा और टेक्नोलॉजी का मिलन हो रहा है। यह सिर्फ डिजिटाइजेशन नहीं, बल्कि एक संरचनात्मक बदलाव है, जो इनोवेशन, नीतिगत स्पष्टता और NABARD जैसे संस्थानों से प्रेरित है। ये संस्थान क्लाइमेट एक्शन, इन्फ्रास्ट्रक्चर और ग्रामीण नवाचार में बुनियादी काम कर रहे हैं। जैसे-जैसे प्राइवेट कैपिटल एग्री-टेक को समर्थन दे रहा है, यह रिपोर्ट प्रगति को दर्शाती है और भविष्य की संभावनाओं का रोडमैप पेश करती है।”

रिपोर्ट में सरकार, निजी क्षेत्र और किसानों के बीच सहयोग की अहमियत पर जोर दिया गया है ताकि एक मजबूत और नवाचारी कृषि क्षेत्र बनाया जा सके। सही समर्थन और निवेश के साथ, भारत टिकाऊ कृषि में ग्लोबल लीडर बनने की स्थिति में है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement