टमाटर ग्रैंड चैलेंज: टमाटर आपूर्ति को स्थिर करने के लिए 28 नवाचारों को मिला सरकारी समर्थन
23 नवंबर 2024, नई दिल्ली: टमाटर ग्रैंड चैलेंज: टमाटर आपूर्ति को स्थिर करने के लिए 28 नवाचारों को मिला सरकारी समर्थन – भारत सरकार के उपभोक्ता मामले विभाग ने शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के साथ मिलकर टमाटर आपूर्ति और मूल्य स्थिरता के लिए टमाटर बैंड चैलेंज (टीजीसी) की शुरुआत की थी। इस पहल का उद्देश्य टमाटर उत्पादन, प्रसंस्करण और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार के लिए नवाचारी समाधान खोजना था। अब इस चैलेंज के तहत चयनित 28 नवाचारों को वित पोषण और मार्गदर्शन प्रदान किया गया है।
1,376 नवाचार प्रस्तावों में से 28 को मिला फंडिंग
30 जून 2023 को शुरू हुए इस चैलेंज को छात्रों, शोधकर्ताओं, स्टार्टअप्स, उद्योग जगत और पेशेवरों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। कुल 1,376 विचारों में से मूल्यांकन के बाद 28 विचारों को फंडिंग और मेंटरशिप के लिए चुना गया। इस पूरी प्रक्रिया को विशेषज्ञों की देखरेख में चरणबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया।
उपभोक्ता मामले विभाग की सचिव निधि खरे ने बताया कि इन परियोजनाओं को टमाटर की फसल की बर्बादी, मूल्य अस्थिरता, कोल्ड स्टोरेज की कमी और आपूर्ति बाधाओं जैसी समस्याओं के समाधान के लिए तैयार किया गया है।
टमाटर उत्पादन और आपूर्ति में चुनौतियाँ
भारत में हर साल करीब 20 मिलियन मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है, जो इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक बनाता है। लेकिन, मौसम के बदलाव और अन्य समस्याओं के कारण कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव होता है। इसका सीधा असर किसानों की आय और उपभोक्ताओं पर पड़ता है।
इस चुनौती से निपटने के लिए टीजीसी ने इन प्रमुख मुद्दों पर समाधान खोजने का प्रयास किया:
- उत्पादन पूर्व: जलवायु-अनुकूल बीजों की कमी और कृषि तकनीकों की सीमित पहुँच।
- उत्पादन के बाद नुकसान: कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं की कमी से फसल बर्बाद होना।
- प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन: अधिक उत्पादन के दौरान प्रसंस्करण क्षमता का अभाव।
- आपूर्ति श्रृंखला और बाजार: बिचौलियों का प्रभुत्व और माँग-आपूर्ति के पूर्वानुमान की कमी।
- तकनीकी अपनाना: उन्नत कृषि तकनीकों और आईओटी आधारित निगरानी में जागरूकता की कमी।
महत्वपूर्ण नवाचार और उनके परिणाम
टीजीसी के तहत विकसित समाधान न केवल फसल की बर्बादी को कम करेंगे बल्कि उत्पादन और प्रसंस्करण को भी अधिक प्रभावी बनाएंगे। कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ निम्नलिखित हैं:
- फसल को अधिक समय तक सुरक्षित रखने के लिए बेहतर पैकेजिंग और परिवहन समाधान।
- प्रसंस्कृत टमाटर उत्पादों का विकास, जो बर्बादी को कम करने और साल भर उपलब्धता सुनिश्चित करने में मददगार होंगे।
- नवाचारों से जुड़ी 14 पेटेंट, 4 डिज़ाइन पंजीकरण और 10 प्रकाशन प्रक्रियाधीन हैं।
चैलेंज के तहत चुने गए समाधान टमाटर मूल्य स्थिरता, बर्बादी में कमी और किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेंगे। इससे उपभोक्ताओं को भी लाभ होगा, क्योंकि टमाटर की आपूर्ति अधिक स्थिर और सस्ती हो सकेगी।
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