किसानों के लिए वरदान बने ये मोबाइल ऐप, सीधे मिलेगी फसल और मौसम की सटीक जानकारी
18 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली: किसानों के लिए वरदान बने ये मोबाइल ऐप, सीधे मिलेगी फसल और मौसम की सटीक जानकारी – आज के समय में किसानों के लिए खेती में सफलता का सबसे बड़ा सहारा सही और समय पर मौसम की जानकारी है। मौसम की अनुकूलता के बिना फसल उत्पादन प्रभावित होता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसी चुनौती को देखते हुए, तकनीक ने किसानों के लिए दो महत्वपूर्ण मोबाइल ऐप – दामिनी और मेघदूत को विकसित किया है, जो उनकी खेती और जीवन को आसान बनाने में मदद कर रहे हैं। ये ऐप सीधे किसानों के स्मार्टफोन पर सटीक मौसम की जानकारी और सुरक्षा अलर्ट पहुंचाते हैं, जिससे वे बेहतर तैयारी कर सकें।
दामिनी ऐप मुख्य रूप से आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी देता है। यह ऐप भारत सरकार द्वारा विकसित किया गया है और इसमें इसरो के सैटेलाइट तथा रडार सेंसर का उपयोग होता है। यह ऐप किसान के स्थान के 20 से 40 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने से पहले अलर्ट भेजता है, जिससे किसान और उनके पशु-पालन को सुरक्षित रखा जा सके। आधे घंटे पहले मिलने वाला यह अलर्ट ऑडियो संदेश और एसएमएस के जरिए किसान तक पहुंचता है, जिससे वे समय रहते जरूरी सावधानियां बरत सकें।
वहीं, मेघदूत ऐप किसानों को मौसम आधारित कृषि सलाह प्रदान करता है। इस ऐप में तापमान, बारिश, हवा की गति और नमी जैसी विस्तृत जानकारी उपलब्ध होती है, जो किसानों को फसल सुरक्षा के लिए वैज्ञानिक और क्षेत्रीय सलाह देने में सहायक होती है। यह ऐप भारतीय मौसम विभाग की आधुनिक तकनीक से लैस है और डिजिटल इंडिया पहल के तहत किसानों को तकनीकी तौर पर जोड़ने के उद्देश्य से बनाया गया है। किसान इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करके अपने मोबाइल नंबर से रजिस्टर कर सकते हैं और अपनी फसल के लिए उपयुक्त मौसम की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
दामिनी और मेघदूत ऐप का किसानों के लिए महत्व
छत्तीसगढ़ सरकार ने इन दोनों ऐप्स के प्रचार-प्रसार पर विशेष जोर दिया है ताकि हर किसान तक इनकी पहुंच सुनिश्चित की जा सके। खासकर आकाशीय बिजली की घटनाओं से होने वाली जन-हानि और पशु-हानि को कम करने के लिए दामिनी ऐप अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। वहीं, मेघदूत ऐप के माध्यम से किसानों को मौसम पूर्वानुमान और फसल प्रबंधन की उपयोगी सलाह मिलती है, जिससे वे अपनी खेती को बेहतर बना सकते हैं। साथ ही, सरकार ने आपदा के समय सहायता के लिए 1070 टोल-फ्री नंबर के प्रचार-प्रसार के निर्देश भी जारी किए हैं।
सरपंच, शिक्षक, आशा कार्यकर्ता और अन्य स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से इन ऐप्स को अधिक से अधिक किसानों तक पहुँचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे न केवल फसलों की सुरक्षा होगी बल्कि किसानों की आय और जीवन स्तर में भी सुधार होगा। आधुनिक तकनीक के इस उपयोग से खेती को स्मार्ट और सुरक्षित बनाया जा रहा है।
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