Advertisement8
Advertisement
राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

रबी फसलों की बुआई 2 दिसंबर 2024 तक: 428 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर बुवाई

03 दिसंबर 2024, नई दिल्ली: रबी फसलों की बुआई 2 दिसंबर 2024 तक: 428 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर बुवाई – भारत में रबी फसलों की बुआई इस वर्ष तेजी से बढ़ी है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने 2 दिसंबर 2024 तक के आंकड़े जारी किए हैं, जिनसे पता चलता है कि कुल बुआई क्षेत्र 428.84 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के 411.80 लाख हेक्टेयर की तुलना में अधिक है। यह प्रगति किसानों की मेहनत और आधुनिक कृषि पद्धतियों की ओर उनके झुकाव का नतीजा है।

प्रमुख फसलों की बुआई स्थिति

रबी सीजन में गेहूं, दलहन, श्री अन्न (मोटे अनाज) और तिलहन प्रमुख फसलें हैं। इनके तहत क्षेत्र कवरेज में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस वर्ष गेहूं की खेती 200.35 लाख हेक्टेयर भूमि पर की गई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह क्षेत्रफल 187.97 लाख हेक्टेयर था। दलहन की फसलों का कुल बुआई क्षेत्र 108.95 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले वर्ष 105.14 लाख हेक्टेयर था। चना, जो दलहनों में प्रमुख है, इस बार 78.52 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोया गया, जबकि पिछले वर्ष यह 74.39 लाख हेक्टेयर था। मसूर की खेती इस वर्ष 13.45 लाख हेक्टेयर में हुई, जो पिछले वर्ष के 12.77 लाख हेक्टेयर से अधिक है। इसके अतिरिक्त, अन्य दलहनों की बुआई में भी मामूली वृद्धि देखी गई।

Advertisement
Advertisement

श्री अन्न (जैसे ज्वार, बाजरा और रागी) और मोटे अनाजों का कुल बुआई क्षेत्र 29.24 लाख हेक्टेयर रहा। यह पिछले वर्ष के 24.67 लाख हेक्टेयर से अधिक है। ज्वार की खेती इस वर्ष 17.43 लाख हेक्टेयर में हुई, जो पिछले वर्ष 14.06 लाख हेक्टेयर थी। मक्का की बुआई 6.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई, जबकि पिछले वर्ष यह 6.53 लाख हेक्टेयर थी।

तिलहन फसलों का क्षेत्र 80.55 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले वर्ष के 84.85 लाख हेक्टेयर से थोड़ा कम है। इसमें भी रेपसीड और सरसों की खेती प्रमुख रही, जिसकी बुआई इस वर्ष 75.86 लाख हेक्टेयर में हुई।

Advertisement8
Advertisement

क्षेत्रफल: लाख हेक्टेयर में

क्रमफसलेंसामान्य क्षेत्र (डीईएस) (2018-19 – 2022-23)बोया गया क्षेत्र 2 दिसंबर 2024 तक
वर्तमान वर्ष 2024-25पिछला वर्ष 2023-24
1गेहूँ312.35200.35187.97
2चावल42.029.759.16
3दालें140.44108.95105.14
aचना100.9978.5274.39
bमसूर15.1313.4512.77
cमटर6.57.547.43
dकुल्थी1.982.092.7
eउड़द की दाल6.152.212.49
fमूंग की दाल1.440.220.5
gलैथिरस/ लतरी2.792.282.59
hअन्य दालें5.462.642.28
4       श्री अन्न एवं मोटे अनाज53.8229.2424.67
aज्वार/बाजरे24.3717.4314.06
bबाजरा0.920.050.06
cरागी छोटे बाजरा0.680.530.37
dछोटा बाजरा0.110.090
eमक्का/जौ22.116.876.53
fजौ5.634.273.65
5तिलहन/ रेपसीड और सरसों86.9780.5584.85
aरेपसीड और सरसों79.1675.8680.06
bमूंगफली3.821.972.11
cकुसुम0.720.470.4
dसूरजमुखी0.760.20.15
eतिल0.580.030.07
fअलसी1.931.881.93
gअन्य तिलहन00.130.13
कुल635.6428.84411.8

इस प्रगति से आगामी महीनों में रबी फसलों की बेहतर पैदावार की उम्मीद है।

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement